गोरखपुर विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह के लिए बनी 29 समितियां
कुलसचिव डा. ओम प्रकाश ने बताया कि दीक्षा समारोह की अध्यक्षता कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल करेंगी। वह मेधावियों के गले में मेडल पहनाएंगी ओर उन्हें उपाधि भी प्रदान करेंगी। बनाई गई समितियों में समन्वय समिति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी कुलपति ने खुद ली है।
गोरखपुर , जेएनएन। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में दीक्षा समारोह की तैयारी तेज हो गई है। 12अप्रैल को आयोजित होने वाले समारोह को सफल बनाने के लिए 29 समितियों का गठन कर दिया है। दो समितियों में कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने खुद को भी रखा है।
12 अप्रैल को आयोजित है दीक्षा समारोह, कुलाधिपति करेंगी अध्यक्षता
कुलसचिव डा. ओम प्रकाश ने बताया कि दीक्षा समारोह की अध्यक्षता कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल करेंगी। वह मेधावियों के गले में मेडल पहनाएंगी ओर उन्हें उपाधि भी प्रदान करेंगी। बनाई गई समितियों में समन्वय समिति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी कुलपति ने खुद ली है। उनके साथ इस समिति में सभी संकायों के डीन, शिक्षक संघ के अध्यक्ष, वित्त अधिकारी, परीक्षा नियंत्रक और कुलसचिव को शामिल किया गया है। स्वागत समिति में भी कुलपति अध्यक्ष हैं। सदस्य के रूप में कार्यपरिषद के सभी सदस्य सहित 58 सदस्य रखे गए हैं।
दो समितियों में कुलपति प्रो. राजेश सिंह हैं शामिल
इसके अलावा अनुश्रवण समिति में तीन, निमंत्रण समिति में 11, कार्यक्रम स्थल व मंच सज्जा समिति में 20, परिसर सुंदरीकरण समिति में 16, शिलान्यास समिति में दो, लोगो डिजाइन समिति में 15, स्मारिका समिति में 12 सदस्य रखे गए हैं। इसके अलावा उपाधि समिति, आवास समिति, परिवहन समिति, पदक वितरण समिति, अभिनंदन समिति, परिधान समिति, संगीत प्रस्तुति समिति, सांस्कृतिक संध्या समिति, गार्ड ऑफ आनर समिति, मंच संचालन समिति, आसन व्यवस्था समिति, जलपान व भोजन समिति, स्मारिका समिति, सत्कार समिति, विद्वत परियात्रा समिति, प्रचार व छायांकन समिति, वेबकास्टिंग समिति, अनुशासन समिति व वित्त समिति बनाई गई है।
बीएचयू में लाठीचार्ज का किया विरोध
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्रों ने कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा। छात्रनेता गौरव वर्मा ने कहा कि बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में छात्र नियमित कक्षा संचालन की मांग को लेकर धरनारत थे, लेकिन प्रशासन छात्रों को बलपूर्वक वहां से हटा दिया। यह कृत्य सरकार की छात्र विरोधी मानसिकता को प्रदर्शित करता है। छात्रनेता अंशुमान पाठक ने कहा कि सरकार छात्रों का हक दबाने का काम कर
रही है। ऐसे में अब एकजुट होकर छात्रशक्ति को मजबूत करने की जरूरत है। ज्ञापन सौंपने वालों में योगेश प्रताप सिंह, मनीष ओझा, नितेश मिश्रा, आशुतोष तिवारी, शांतनु यादव, अर्जुन प्रजापति, दिव्यांशु आर्या, आकाश कुमार, आयुष द्विवेदी, कुलदीप तिवारी आदि शामिल रहे।