UP: परिवहन निगम के बेड़े में 15 अगस्त तक शामिल होंंगी 26 एसी बसें
15 अगस्त तक यह सभी बसें रोडवेज के बेड़े में शामिल जाएंगी। एसी बसों के अलावा कोरोना काल में परिवहन विभाग में सरेंडर की गई दस सामान्य बसों को भी एक अगस्त से संचालित करने की तैयारी चल रही है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। शासन को राप्तीनगर डिपो की महीनों से खराब पड़ी 26 एसी बसों की सुध आई है। परिवहन निगम के मुख्य प्रधान प्रबंधक जयदीप वर्मा के दिशा-निर्देश पर डिपो प्रशासन ने सभी खराब बसों की मरम्मत शुरू करा दी है। बसों की एसी से लगायत चक्के तक दुरुस्त होने लगे हैं। 15 अगस्त तक यह सभी बसें रोडवेज के बेड़े में शामिल जाएंगी। एसी बसों के अलावा कोरोना काल में परिवहन विभाग में सरेंडर की गई दस सामान्य बसों को भी एक अगस्त से संचालित करने की तैयारी चल रही है।
शासन ने ली राप्तीनगर डिपो की महीनों से खराब पड़ी एसी बसों की सुध, मरम्मत कार्य शुरू
दरअसल, राप्तीनगर डिपो की 52 में से 26 एसी बसें महीनों से खराब पड़ी हैं। किसी का एसी तो किसी का चक्का जवाब दे गया है। कोरोना काल में यात्रियों की संख्या कम होने के चलते परिवहन निगम और शासन स्तर पर इन बसों की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा था। कोरोना की दूसरी लहर के बाद स्थिति सामान्य होने पर यात्रियों की भीड़ बढ़ी है तो निगम को इन बसों की याद आइ है। गर्मी में लखनऊ, वाराणसी और दिल्ली रूट पर एसी बसों की मांग बढ़ गई है। लेकिन बसों के अभाव में लोगों को सामान्य बसों से यात्रा करनी पड़ रही है।
कोरोना काल में सरेंडर की गई दस सामान्य बसों का भी 1 अगस्त से शुरू हो जाएगा संचालन
निगम को भी घाटा उठानी पड़ रही है। राप्तीनगर डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक गौरव वर्मा के अनुसार खराब व सरेंडर की गई सभी बसों की मरम्मत कराई जा रही है। मुख्यालय लखनऊ से चक्कों की मांग की गई है। चक्का मिलते ही सभी बसों का संचालन शुरू करा दिया जाएगा।
30 वाहनों को नीलाम कर कमा लिए एक लाख 19 हजार
परिवहन विभाग ने चरगांवा स्थित ड्राइवर प्रशिक्षण केंद्र (डीटीआइ) में मंगलवार को 30 वाहनों की नीलामी की। जिसमें आटो रिक्शा और मैक्सिमों शामिल थे। एआरटीओ (प्रवर्तन) बीके सिंह के अनुसार 4 लाख 33 हजार रुपये वाहनों का निर्धारित मूल्य था। लेकिन नीलामी से 552400 रुपये राजस्व की प्राप्ति हुई है। ऐसे में एक लाख 19 हजार रुपये की अतिरिक्त कमाई हुई है। एआरटीओ ने बताया कि प्रथम सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत परिवहन विभाग के तत्वावधान में आनलाइन जागरूकता अभियान भी चलाया गया। जिसमें लोगों को यातायात के नियमों का पालन करने के लिए जागरूक किया गया।