देवरिया कांड : SP की जांच में दोषी मिले तत्कालीन 25 थानेदार Gorakhpur News
देवरिया बालिका गृह कांड में एसपी की जांच में अलग-अलग समय पर तैनात रहे 25 थानेदार दोषी पाए गए हैं।
देवरिया, जेएनएन। मां विंध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण संस्थान से संचालित बाल गृह के बालिका कांड की जांच भले ही सीबीआइ कर रही है, लेकिन लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों पर शिकंजा कसने लगा है। एसपी की प्रारंभिक जांच में जिले में तैनात रहे 25 थानेदार दोषी मिले हैं। इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी गई है।
यह थानेदार मिले दोषी
दोषी थानेदारों में तत्कालीन इंस्पेक्टर जेपी यादव, गौरीबाजार थानाध्यक्ष विजय सिंह गौर, लार थानाध्यक्ष विनय सिंह, एसपी कार्यालय में तैनात उप निरीक्षक भूपेंद्र सिंह, भटनी के प्रभारी निरीक्षक भीष्मपाल सिंह के साथ ही गैर जनपद जा चुके इंस्पेक्टर विजय नारायण, चंद्रिका प्रसाद जैसल, शशांक शेखर राय समेत 25 थानाध्यक्ष शामिल हैं।
नियम विरुद्ध लड़कियों को बालिका गृह भेजा
गौरतलब है कि सीबीआइ की जांच में स्टेशन रोड स्थित बालगृह बालिका के संदिग्ध मिलने के बाद शासन ने जून, 2017 में इस संस्था की मान्यता स्थगित कर दी थी। पुलिस अधिकारियों को निर्देश था कि इस बालगृह में न लड़कियों को भेजा जाए और न ही बच्चों को। इस निर्देश के बाद भी पुलिस लड़कियों व बच्चों को गृह में भेजती रही। यह मामला तब तूल पकड़ लिया, जब तत्कालीन एसपी रोहन पी कनय ने पांच अगस्त 2018 की रात बाल गृह बालिका कांड का पर्दाफाश कर दिया।