मौत के 23 दिन बाद शव को कब्र से निकालकर जिंदा करने के लिए कर रहे थे तंत्र-मंत्र, तांत्रिक दंपती समेत पांच गिरफ्तार
महराजगंज जिले के फरेंदा क्षेत्र में नौ वर्षीय बालक की 23 दिन पहले मौत हो गई थी। गांव के ही एक तांत्रिक दंपती और उनके सहयोगी ने बालक को जिंदा करने का झांसा देकर शव को कब्र से निकलवाकर तंत्र मंत्र कर रहे थे।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। अंधविश्वास का यह अजीबोगरीब मामला महराजगंज जिले का है। फरेंदा क्षेत्र में 23 दिन पहले जिस बालक की मौत हो गई थी, तंत्र-मंत्र से उसे जिंदा करने का झांसा देकर तांत्रिक दंपती ने उसका शव कब्र से बाहर निकलवाया। रात भर तांत्रिक क्रिया करते रहे लेकिन उसका कुछ असर नहीं हुआ। इसी बीच किसी ने तांत्रिक दंपती के दावे और तांत्रिक क्रिया का वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। वायरल हो रहे वीडियो के बारे में पता चलने के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने तांत्रिक दंपती सहित पांच को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बीमारी से हुई थी बालक की मौत
महराजगंज के पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्त ने बताया कि फरेंदा क्षेत्र के गणेशपुर ढाला निवासी अशोक कुमार के नौ वर्षीय पुत्र शिवम की 21 अगस्त को जिला अस्पताल में बीमारी से मौत हो गई थी। स्वजन ने शव को ले जाकर गांव से तीन किमी दूर बृजमनगंज थाना क्षेत्र में जंगल किनारे दफन कर दिया था।
गांव के तांत्रिक दंपती ने बालक को जिंदा करने का किया दावा
गणेशपुर ढाला गांव के ही झाड़-फूंक करने वाले पति-पत्नी राज बहादुर साहनी और उषा तथा उनके सहयोगी राजन, 14 सितंबर को अशाेक के घर पहुंचकर पुत्र को पुन: जीवित करने का विश्वास दिलाया। उनके झांसे में आकर अशोक कुमार कब्र खोदकर पुत्र शव घर उठा लाए। इसके बाद पूरी रात मृतक के घर में शव को जीवित करने के लिए लेकर तंत्र-मंत्र चलता रहा।
वीडियो वारयरल होने पर सक्रिय हुई पुलिस
इसी बीच किसी ने इस पूरे मामले का वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। मामले की जानकारी होते ही फरेंदा थाने के उपनिरीक्षक दिलीप कुमार ने अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर मृतक शिवम की माता लीलावती, पिता अशोक कुमार के अलावा तांत्रिक राज बहादुर साहनी उसकी पत्नी उषा और उसके सहयोगी राजन को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए पांचों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें न्यायालय चालान किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।