महराजगंज जेल में 207 बंदियों ने रखा रोजा और नवरात्र का व्रत

महराजगंज जिला जेल में एक साथ बंदियों ने न सिर्फ रोजा और नवरात्र का व्रत रखा है बल्कि समयानुसार एक ही छत के नीचे अपने-अपने धर्मानुसार अपने कर्मों को निभा रहे हैं। इसमें जहां नौ महिलाओं समेत 115 मुस्लिम समुदाय के बंदियों ने रोजा रखा है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 02:30 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 02:30 PM (IST)
महराजगंज जेल में 207 बंदियों ने रखा रोजा और नवरात्र का व्रत
महराजगंज जेल में 207 बंदियों ने रखा रोजा और व्रत। फाइल फोटो

गोरखपुर, जेएनएन : जब एक साल से अपनों से भी मुलाकात न हो पाए, ऐसे समय में तनाव और चिढ़चिढ़ापन आना स्वाभाविक है।  लेकिन, जिला कारागार ने बंदियों ने आपदा को भी खुशियों में बदलकर श्रद्धा की अनूठी मिसाल पेश की है। जिला जेल में एक साथ बंदियों ने न सिर्फ रोजा और नवरात्र का व्रत रखा है, बल्कि समयानुसार एक ही छत के नीचे अपने-अपने धर्मानुसार अपने कर्मों को निभा रहे हैं। इसमें जहां नौ महिलाओं समेत 115 मुस्लिम समुदाय के बंदियों ने रोजा रखा है। वहीं कुख्यात अंकित गुर्जर समेत कुल 92 बंदियों ने नवरात्र में नौ दिनों का व्रत रखा है।

कलात्‍मक कार्यों से बना हुआ चर्चा में

महराजगंज जिला जेल वर्तमान समय में अपने कलात्मक कार्यों से चर्चा में बना हुआ है। यहां के बंदियों ने न सिर्फ कलात्मक कार्यों में अपना नाम चमकाया है, बल्कि कोरोना काल में भी योद्धा बनकर अन्य बंदियों को प्रेरित किया। जेल में अब रमजान व नवरात्र को लेकर बंदियों के बीच खासा उत्साह देखा जा रहा है। अपने-अपने धर्मों के हिसाब में बंदी पूजा-पाठ कर रहे हैं।

आलू और फल कराए जा रहे उपलब्‍ध

इस बार नवरात्र और रोजा में कुल 207 बंदियों ने व्रत रखा है। इसमें रमजान महीने में कुल नौ महिलाएं और 106 पुरुष रोजा तो हिंदू समुदाय में 15 महिलाएं और 77 पुरुष नवरात्र का व्रत धारण किए हुए हैं। जेलर अरविंद श्रीवास्तव ने बताया कि जो बंदी व्रत रह रहे हैं, उनके लिए आलू, फल उपलब्ध कराए जा रहे हैं। रोजा व्रत धारकों के लिए सेहरी और इफ्तार की अलग से व्यवस्था की कई है। कोरोना के दायरे में रहकर बंदी अपनी भक्ति कर रहे हैं।

राम नाम जपने से सबके दुख दूर होते हैं

घुघली विकास खंड के वासंतिक नवरात्र के अवसर पर देउरवा दुर्गा मंदिर परिसर में आयोजित शतचंडी महायज्ञ में प्रवचन कर्ता बृजेश शास्त्री ने कहा कि राम नाम जपने से सभी प्रकार के दुख, दर्द और कठिनाइयां श्रीराम की कृपा से दूर हो जाया करती हैं। जैसे तेज हवा चलने से बादल भाग जाते हैं, वैसे ही राम नाम का जाप घबराहट को दूर कर देता है। राम नाम गम, फिक्र तथा चिंता को चकनाचूर कर देता है। उन्होंने कहा कि जो जन दुख, घोर संकट आने पर भी राम नाम को जपते हैं, उनके भयंकर संकट जाप के प्रभाव से मिट जाते हैं और वो मनुष्य सुखी हो जाता है। जब इंसान पर संकट, भयंकर प्रकार के दुख तथा कष्ट कलेश हो, तब उसे घबराना नहीं चाहिए। उस समय तुरंत राम नाम जपना चाहिए, क्योंकि राम नाम सबका पालक है। प्रभु श्रीराम सभी प्रकार के सुखों को देने वाले स्वामी हैं।

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