अनदेखी के कारण इस गांव के 200 एकड़ खेत में डूब गए पानी में, जानिए पूरा मामला

महराजगंज जिले में शहर के पानी से महुअवा गांव के खेत डूब गए हैं। नाला निर्माण में जलनिकासी को लेकर की गई मानकों की अनदेखी शहर के बाहरी गांव महुअवा के किसानों के लिए मुसीबत बन गई है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 12:10 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 12:10 PM (IST)
अनदेखी के कारण इस गांव के 200 एकड़ खेत में डूब गए पानी में, जानिए पूरा मामला
महुअवा गांव के खेत में लगा पानी । जागरण

गोरखपुर, जेएनएन : महराजगंज जिले में शहर के पानी से महुअवा गांव के खेत डूब गए हैं। नाला निर्माण में जलनिकासी को लेकर की गई मानकों की अनदेखी शहर के बाहरी गांव महुअवा के किसानों के लिए मुसीबत बन गई है। शहर के पानी से करीब 200 एकड़ से अधिक खेत जलमग्न हो गए हैं। उन खेतों के लिए तैयार हो रही धान की नर्सरी भी बर्बाद हो गई है।

ग्रामीणों ने जलनिकासी की व्‍यवस्‍था करने की मांग की

अव्यवस्था से आक्रोशित ग्रामीणों ने जलनिकासी की उचित व्यवस्था किए जाने की मांग की है। महराजगंज नगर पालिका क्षेत्र की जलनिकासी के लिए एनएच द्वारा नाला का निर्माण तो किया गया, लेकिन नाला निर्माण महुअवा तक ले जाकर छोड़ दिया गया हैं। उसके जलनिकासी का कोई प्रबंध नहीं किया गया। ऐसे में शहर से निकलकर पानी किसानों के खेतों में फैल रहा है। पिछले दिनों हुई बारिश के बाद तो खेतों में लगी धान की नर्सरी अब सड़ने लगी है। किसानों ने इसको लेकर शिकायत भी दर्ज कराई,लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है।

ड्रेनेज सिस्टम न होने से बढ़ी परेशानी

नगर पालिका परिषद महराजगंज में वर्षों बाद भी वर्तमान समय में जलनिकासी के लिए कोई ड्रेनेज सिस्टम नहीं है। इस कारण शहर के बीच की नालियों का पानी वार्डों में ही तो मुख्य सड़क का पानी एनएच के नालों में गिरता रहता है। ड्रेनेज सिस्टम के तहत इनकी निकासी के लिए शहर के बाहर किसी जलाशय में जाना चाहिए, लेकिन वार्डों का पानी जहां नगर में ही जम रहा है। वहीं नाले का पानी शहर से निकलकर किसानों के खेतों में फैलकर परेशानी का कारण बना हुआ है।

एनएच के नाला से निकलकर पानी फैल गया खेत में

किसान अनिल सिंह ने कहा कि एनएच के नाला से पानी निकलकर 200 एकड़ खेत में फैल गया है। धान की नर्सरी बर्बाद हो गई है। इस संबंध में जिला स्तर के अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।

खेती भी पिछड़ रही

किसान शिवकुमार त्रिपाठी ने कहा कि जहां पर नाला आकर समाप्त हो रहा है, वहां पर जलनिकासी का कोई प्रबंध नहीं है। तीन तरफ से सड़क होने के कारण पूरा पानी खेतों में फैला हुआ है। अब न सिर्फ धान की नर्सरी खराब हो रही है, बल्कि खेती भी पिछड़ रही है।

जलनिकासी का प्रबंध करना चाहिए पालिका प्रशासन को

किसान श्यामनारायन निषाद ने कहा कि नगर पालिका प्रशासन को जलनिकासी का प्रबंध करना चाहिए। शहर से निकलने वाला पूरा पानी खेतों में भरा हुआ है। जिला प्रशासन को चाहिए कि जलनिकासी का बेहतर प्रबंध हो , ताकि किसान अपनी फसल लगा सके।

अधूरा ही छोड़ दिया गया नाला

किसान रोशन अली ने कहा कि नाला बनते समय ही जब कर्मचारियों ने यहां पर नाले का काम बंद कर दिया था, तब लोगों ने इसकी शिकायत एनएच के अधिकारियों से की थी, लेकिन उसके बावजूद नाला अधूरा ही छोड़ दिया गया।

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