गोरखपुर विश्वविद्यालय में 20 नए कोर्स शुरू होंगे, सीबीसीएस प्रणाली से चलेंगे सभी कोर्स Gorakhpur News

गोरखपुर विश्वविद्यालय में 20 नए कोर्स शुरू होंगे। इसमें डिग्री और डिप्लोमा कोर्स भी शामिल है। सभी कोर्स च्वाइस बेस्ड क्रेडिट प्रणाली (सीबीसीएस) के नियमों के तहत चलाए जाएंगे।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 20 Sep 2020 09:30 AM (IST) Updated:Sun, 20 Sep 2020 09:30 AM (IST)
गोरखपुर विश्वविद्यालय में 20 नए कोर्स शुरू होंगे, सीबीसीएस प्रणाली से चलेंगे सभी कोर्स Gorakhpur News
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गोरखपुर, जेएनएन। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में 20 नए कोर्स शुरू करने की कवायद तेज हो गई है। इनमें अधिकतर कोर्स स्नातकोत्तर कक्षाओं के लिए हैं। इसमें डिग्री और डिप्लोमा कोर्स भी शामिल है। ये कोर्स च्वाइस बेस्ड क्रेडिट प्रणाली (सीबीसीएस) के नियमों के तहत चलाए जाएंगे। कुलपति ने कहा है कि नए कोर्स शुरू होने से छात्रों को अधिक विकल्प मिल सकेगा।

नए कोर्स शुरू करने को लेकर कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने सभी संकायाध्यक्षों के साथ शनिवार को एक बैठक कर सीबीसीएस के नियमों के तहत कोर्स संचालित करने की रूपरेखा पर बातचीत की। इस दौरान विज्ञान संकाय के डीन प्रो. एसएन तिवारी और जैव प्रौद्योगिकी विभाग के प्रो. दिनेश यादव ने एमएससी से संबंधित नए पाठ्यक्रमों के बारे में बताया। दोनों शिक्षकों ने जैव सूचना विज्ञान, आणविक प्रजनन, प्लांट बायोटेक्नोलॉजी, नैनो टेक्नोलॉजी जैव रसायन विज्ञान में एमएससी तथा कंप्यूटर विज्ञान में एमसीए कोर्स शुरू करने का सुझाव दिया। कला संकाय के डीन प्रो. नंदिता सिंह ने नेतृत्व विकास, पत्रकारिता, जनसंपर्क, विदेशी भाषा आदि का कोर्स शुरू करने का सुझाव दिया।

वाणिज्य संकाय के डीन प्रो. एके तिवारी और प्रो. अजेय गुप्त ने उद्यमिता और व्यवसायी, ग्रामीण विकास, अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रबंधन, होटल मैनेजमेंट आदि विषयों से संबंधित कोर्स शुरू करने का प्रस्ताव दिया। शिक्षा संकाय के डीन प्रो. एनपी भोक्ता ने स्नातकोत्तर कक्षाओं के लिए शारीरिक शिक्षा की आवश्यकता बताई और साथ ही बीपीएड, एमपीएड जैसे व्यावसायिक पाठ्यक्रम तथा खेल मनोविज्ञान और चिकित्सा का डिप्लोमा कोर्स शुरू करने का सुझाव दिया।

बैठक के अंत में कुलपति ने सीबीसीएस पर अलग से कार्यशाला आयोजित करने का सुझाव दिया। प्रो. एके गुप्त, प्रोफेसर जीएच बेहरा, रजिस्ट्रार डा. ओम प्रकाश, सहायक मीडिया और जनसंपर्क अधिकारी डा रुचिका सिंह बैठक में मौजूद रहीं। प्रो नंदिता सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित की।

विश्वविद्यालय में खुलेगा जीनोमिक्स

कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने विश्वविद्यालय में पहला जीनोमिक्स सेंटर शुरू करने का निर्देश दिया। बायोटेक्नोलॉजी विभाग को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। जीनोमिक्स सेंटर के संचालन की तैयारी शुरू हो गई है।

नाथपंथ पर प्रकाशित हुागा विश्वकोश

कुलपति प्रो. राजेश सिंह की अध्यक्षता में हुई महायोगी गुरु गोरक्षनाथ शोध पीठ की बैठक में नाथपंथ पर विश्वकोश के प्रकाशन की रूपरेखा तय की गई। साथ ही नाथपंथ पर कॉफी-टेबल बुक प्रकाशित करने पर भी विचार-विमर्श किया गया। बैठक में विश्वकोश के निर्माण के लिए मसौदा समिति का गठन करने का सुझाव दिया गया। कुलपति ने अगले माह होने वाली पीठ की बैठक में इसकी प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है।

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