कुशीनगर में बह गया 20 मीटर एप्रन, बांध के करीब पहुंची नारायणी नदी
कुशीनगर में छह मीटर चौड़ा एप्रन नदी में लांच कर गया। अब नदी की धारा बांध से सटकर बह रही है। बाघाचौर से लेकर अहिरौलीदान तक लगभग दो किमी में बनाए गए एप्रन भी लांच अर्थात बहने की स्थिति में आ गए हैं।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : कुशीनगर जिले के सेवरही में बीते सप्ताह एपी बांध के किमी 12.860 बाघाचौर के नोनिया पट्टी में स्पर के 38 मीटर कटे भाग की मरम्मत के बाद बीते मंगलवार को 15 मीटर की लंबाई में कटे स्पर के नोज की मरम्मत में विभाग जुट गया था। अब सुबह छह बजे बांध के किमी 12.500 बाघाचौर के समीप बोल्डर व जाली से बना 20 मीटर लंबा व छह मीटर चौड़ा एप्रन नदी में लांच कर गया। अब नदी की धारा बांध से सटकर बह रही है। बाघाचौर से लेकर अहिरौलीदान तक लगभग दो किमी में बनाए गए एप्रन भी लांच अर्थात बहने की स्थिति में आ गए हैं।
कार्य मानकविहीन होने से पानी के दबाव को बर्दाश्त नहीं कर पा रहा एप्रन
ग्रामीणों का आरोप है कि गत वर्ष 140 करोड़ की लागत की स्वीकृत परियोजनाओं में यहां भी कार्य हुआ था। कार्य मानकविहीन होने से डेढ़ लाख क्यूसेक पानी के दबाव को एप्रन बर्दाश्त नहीं कर पा रहा है तो पानी बढ़ने के समय की चिंता से ग्रामीण आशंकित हैं। अगर यहां बांध टूटा तो बाघाचौर, बांक खास, सिसवा, अहिरौलीदान, मठिया श्रीराम सहित आधा दर्जन गांवों के अस्तित्व पर संकट आ जाएगा।
पिपराघाट में जलस्तर खतरे के निशान से आया नीचे
पिपराघाट में लगे गेज पर जलस्तर खतरा के निशान 76.20 मीटर से 1.25 मीटर नीचे 74.95 मीटर पर आ गया। बांध के किमी 17 अहिरौलीदान के कचहरी टोला, किमी 12.500 से किमी 13.500 बाघाचौर नोनिया पट्टी के सामने, नरवाजोत विस्तार बांध, अमवाखास बांध के किमी 7.500 से किमी 8.600 व लक्ष्मीपुर में दबाव बना हुआ है। कचहरी टोला, नरवाजोत-पिपराघाट बांध के किमी 950 से किमी 1.1450 पर बचाव कार्य चल रहा है। बांध को कोई खतरा नहीं
एसडीओ एसके प्रियदर्शी ने कहा कि लांच एप्रन पर बचाव कार्य तेज कर दिया गया है। बांध को कोई खतरा नहीं है।