यूपी बोर्ड की तरह 1655 मदरसा छात्र-छात्रा भी किए जाएंगे प्रोन्नत

यूपी बोर्ड के तर्ज पर उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद 2021 की परीक्षा के छात्र-छात्रा भी प्रोन्नत होंगे। सेकेंडरी (मुंशी-मौलवी) सीनियर सेकेंडरी (आलिम) कामिल और फाजिल परीक्षा के तहत जिले में करीब 1655 छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 07 Jun 2021 09:05 AM (IST) Updated:Mon, 07 Jun 2021 09:05 AM (IST)
यूपी बोर्ड की तरह 1655 मदरसा छात्र-छात्रा भी किए जाएंगे प्रोन्नत
मदरसा छात्र भी किए जाएंगे प्रोन्नत। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन : यूपी बोर्ड के तर्ज पर उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद 2021 की परीक्षा के छात्र-छात्रा भी प्रोन्नत होंगे। सेकेंडरी (मुंशी-मौलवी), सीनियर सेकेंडरी (आलिम), कामिल और फाजिल परीक्षा के तहत जिले में करीब 1655 छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया है। इसमें नियमित और व्यक्तिगत दोनों वर्ग के छात्र-छात्रा शामिल हैं। पिछली परिक्षाओं के अंकों के आधार पर छात्र-छात्राओं के प्रोन्नत किए जाने की संभावना बढ़ गई है। परिषद ने मंजूरी के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा है।

कक्षा एक से आठ तक के 27900 छात्र पहले ही हो चुके हैं प्रोन्‍नत

जिले में दस अनुदानित सहित करीब 250 से अधिक मान्यता प्राप्त मदरसों में पढ़ने वाले एक से कक्षा आठ तक के 27900 से अधिक छात्र-छात्राओं को प्रोन्नत करने का पहले ही निर्णय लिया जा चुका है। लगातार दूसरे साल बच्‍चों को प्रोन्नत किया जाएगा।

पिछले वर्ष मार्च से बंद चल रहे हैं मदरसे

कोरोना की वजह से पिछले वर्ष मार्च से ही मदरसे बंद चल रहे हैं। आनलाइन पढ़ाई के मामले में भी यूपी बोर्ड एवं सीबीएससी से मदरसा बोर्ड से काफी पीछे चल रहा है। वहीं अनुदानित एवं गैर अनुदानित मदरसों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या भी लगातार घट रही है। साल दर साल परीक्षार्थियों की घटती संख्या ने मदरसा के प्रधानाचार्य, शिक्षक एवं प्रबंधन के चेहरे पर शिकन ला दिया है।

कुछ दिनों के लिए शुरू हुई थी आनलाइन पढ़ाई

पिछले साल कुछ दिनों के लिए आनलाइन पढ़ाई शुरू हुई थी, लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्‍चे मोबाइल व इंटरनेट के अभाव आनलाइन पढ़ाई का हिस्सा नहीं बन सके। पढ़ाई से दूर हो चुके बच्‍चों को वापस लाना भी मदरसा प्रबंधकों के लिए बड़ी चुनौती है। मदरसा अंजुमन इस्लामियां के प्रधानाचार्य डा. रफीउल्लाह बेग के मुताबिक कोरोना की दूसरी लहर के बीच मदरसे में पठन-पाठन बिल्कुल नहीं हो पाया है। आनलाइन पढ़ाई के लिए मदरसा शिक्षा परिषद को निर्देश आया है। जल्द ही पढ़ाई शुरू की जाएगी। जिन बच्‍चों की पढ़ाई छूट गई है, उन्हें भी वापस लाने का प्रयास किया जाएगा।

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