Bird Flu in Gorakhpur: गोरखपुर में भी मृत पाए गए 14 पक्षी, इलाके में सनसनी
राजकीय पशु चिकित्सालय चरगांवा के पशु चिकित्साधिकारी ने ठंड से उनकी मौत होने की आशंका जताई है। हालांकि एहतियात के तौर पर जांच के लिए पक्षियों का नमूना सुरक्षित किया गया है। शाहपुर इलाके में एक पार्क में पीपल के पेड़ के नीचे 14 पक्षियों के मृत पाए
गोरखपुर, जेएनएन। शाहपुर इलाके में राप्ती नगर फेज फोर कालोनी के एक पार्क में पीपल के पेड़ के नीचे सोमवार की देर शाम विभिन्न प्रजातियों के 14 पक्षियों के मृत पाए जाने से सनसनी फैल गई है। कालोनी के लोग जहां बर्ड फ्लू के संक्रमण से उनकी मौत होने की आशंका से सहमे हुए हैं वहीं राजकीय पशु चिकित्सालय चरगांवा के पशु चिकित्साधिकारी ने ठंड से उनकी मौत होने की आशंका जताई है। हालांकि एहतियात के तौर पर जांच के लिए पक्षियों का नमूना सुरक्षित किया गया है।
शाम को पार्क में टहलने गए कालोनी के लोगों ने पीपल के नीचे मृत पड़े पक्षियों को देखकर इसकी सूचना वार्ड संख्या चार के पार्षद संतराज शर्मा को दी। पार्षद ने ही इसकी सूचना चरगांवा स्थित राजकीय पशु चिकित्सालय के पशु चिकित्साधिकारी डा. साकेत श्रीवास्तव को दी। कुछ देर बाद ही अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर पशु चिकित्साधिकारी ने जांच में भेजने के लिए कुछ पक्षियों का नमूना संकलित किया। यह नमूना जांच के लिए भोपाल भेजा जाएगा। पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि अधिक ठंड पडऩे पर कुछ पक्षियों की मौत हो जाती है। पार्क में मृत पाए गए पक्षियों की भी मौत ठंड से ही होने की आशंका है। हालांकि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही उन्होंने किसी ठोस नतीजे पर पहुंचने की बात कही है।
नहीं हो पाई बर्ड फ्लू की सैंपलिंग, आज करने की तैयारी
शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणी उद्यान में सोमवार को होने वाली बर्ड फ्लू सेंपलिंग नहीं हो पाई। बताते हैं कि खराब मौसम की वजह से सेंपलिंग की सारी तैयारी धरी रह गई। अब मंगलवार को चिडिय़ाघर में झंडारोहण होने के बाद सेंपलिंग की जाएगी। इसे जांच के लिए भारतीय अनुसंधान परिषद संस्थान (आइवीआरएफ) बरेली भेजा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि देवरिया जिले के बरहज इलाके में 12 जनवरी को कई पक्षी मृत पाए गए थे। इनका सेंपल जांच के लिए आइवीआरएफ बरेली भेजा गया था। बीते शुक्रवार को आई रिपोर्ट में बर्ड फ्लू से इन पक्षियों की मौत होने की पुष्टि हुई। इसको देखते हुए एहतियात के तौर पर चिडिय़ाघर के वेटलैंड से पक्षियों का सेंपल लेकर जांच के लिए भेजने का फैसला लिया गया है। सोमवार को सेंपल लिए जाने की तैयारी की गई, लेकिन खराब सीजन की वजह से सारी तैयारी धरी की धरी रह गई। सेंपल के तौर पर पक्षियों का ताजा बीट संग्रहित कर जांच के लिए भेजा जाता है। चिडिय़ाघर के पशु चिकित्सक डा. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि अब मंगलवार को सेंपल एकत्र किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी तक गोरखपुर में पक्षियों में बर्ड फ्लू की नहीं पाया गया है। एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया जा रहा है।
प्रसार रोकने के लिए शासन ने दिया एहतियाती कदम उठाने का निर्देश
बर्ड फ्लू का प्रसार रोकने के लिए शासन ने एहतियाती कदम उठाने का का निर्देश दिया है। साथ ही भारत सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करने की हिदायत दी गई है।
जिलाधिकारी के विजयेंद्र पांडियन ने बताया कि शासन से जारी दिशा-निर्देशों कड़ाई से पालन कराने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। बर्ड फ्लू का संक्रमण रोकने के लिए सभी संबधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को विभागीय स्तर पर कन्ट्रोलरूम स्थापित कर आरआरटी को क्रियाशील करने तथा बर्ड फ्लू के संबंध में सभी सूचनाएं आपदा कार्यालय को प्रेषित करने का आदेश दिया गया है।