इस गांव में एक सप्ताह में 12 लोगों की चली गई जान, गांव पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम Gorakhpur News

देवरिया जिले के रुद्रपुर क्षेत्र के बैदा गांव में एक सप्ताह के दौरान 12 लोगों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई है। इसकी जानकारी होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव का जायजा लिया।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 02:30 PM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 02:30 PM (IST)
इस गांव में एक सप्ताह में 12 लोगों की चली गई जान, गांव पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम Gorakhpur News
देवरिया के रुद्रपुर में की गई बैरिकेडिंग। जागरण

गोरखपुर, जेएनएन : देवरिया जिले के रुद्रपुर क्षेत्र के बैदा गांव में एक सप्ताह के दौरान 12 लोगों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई है। इसकी जानकारी होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव का जायजा लिया। गांव में बुखार और सर्दी जुकाम से पीड़‍ित लोगों को दवा का किट वितरित किया गया। इसी क्रम में चिकित्सा विभाग की टीम ने कोड़र गांव का भी जायजा लिया। चिकित्सा अधीक्षक डा.दिनेश यादव ने बताया कि मृतकों के स्वजन सहित गांव के 60 लोगों का एटींजन टेस्ट किया गया, जिसमें सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 30 लोगों का आरटीपीसीआर जांच के लिए भेजा गया है। इस दौरान डा. एसएन मणि, डा.यूएस जायसवाल,मनीष आदि मौजूद रहे ।

कोविड वार्ड बनाने की मांग

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता व क्षेत्र के पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह ने शासन के उच्चाधिकारियों और जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन से रुद्रपुर के नवनिर्मित मैटरनिटी अस्पताल को कोविड वार्ड बनाने की मांग की है। कहाकि उपनगर सहित ग्रामीण इलाकों में लोगों के असमय मौत का ग्राफ बढ़ गया है। यहां जल्द इलाज के लिए आक्सीजन युक्त कोविड सेंटर बनाया जाय ।

कोविड वार्ड बनाने की मांग

भाजपा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष छट्ठेलाल निगम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र देकर रुद्रपुर सीएचसी परिसर में कोविड वार्ड शुरू किए जाने का अनुरोध किया है। पत्र में लिखा है कि जनपद में कोरोना महामारी से प्रभावित इलाका रुद्रपुर है। जनहित में आक्सीजन युक्त कोविड वार्ड शुरू कराया जाना आवश्यक है।

कोरोना से चिकित्सक की मौत, गांव में मातम

रुदप्रुर क्षेत्र के खोरमा कंहौली निवासी डा. रमाशंकर मद्धेशिया की पत्नी डा. नूपुर मद्धेशिया की कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते मौत हो गई। डा. नूपुर मद्धेशिया सीएचसी फरेंदा में तैनात थीं। वह ड्यूटी के दौरान कोरोना पाजिटिव हो गई थीं ।उनका गोरखपुर के एक नर्सिंग होम में इलाज चल रहा था। उनकी मौत के बाद गांव में मातम का माहौल है। 

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