एक माह में बिना मास्क के पकड़े गए 1125 यात्री, रेलवे ने वसूला 2.25 लाख जुर्माना

कोरोना प्रोटोकाल के तहत रेलवे स्टेशन पर बिना मास्क के खिलाफ अभियान जारी है। स्टेशन डायरेक्टर आशुतोष गुप्ता के नेतृत्व में अगस्त में चलाए गए अभियान में बिना मास्क के 1125 यात्री पकड़े गए। इन यात्रियों से 2.25 लाख रुपये जुर्माना वसूल किया गया।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 03:05 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 03:05 PM (IST)
एक माह में बिना मास्क के पकड़े गए 1125 यात्री, रेलवे ने वसूला 2.25 लाख जुर्माना
एक माह में बिना मास्क के पकड़े गए 1125 यात्री। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर जागरण संवाददाता। कोरोना प्रोटोकाल के तहत रेलवे स्टेशन पर बिना मास्क के खिलाफ अभियान जारी है। स्टेशन डायरेक्टर आशुतोष गुप्ता के नेतृत्व में अगस्त में चलाए गए अभियान में बिना मास्क के 1125 यात्री पकड़े गए। वाणिज्य विभाग की टीम ने पकड़े गए यात्रियों से जुर्माना के रूप में 225000 रुपये की वसूली की। साथ ही यात्रियों को प्रोटोकाल का पालन करने के लिए प्रेरित भी किया। स्टेशन डायरेक्टर के अनुसा पूछताछ और करेंट काउंटर में यात्रियों की परेशानियों को देखते हुए एक्जास्ट फैन लगा दिया गया है। जल्द ही अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करा दी जाएंगी।

आनंदनगर-नौतनवा विद्युतीकरण का निरीक्षण

रेल संरक्षा आयुक्त 23 सितंबर को आनंदनगर-नौतनवा रेलमार्ग के विद्युतीकरण का निरीक्षण और इलेक्ट्रिक इंजन से चलने वाली ट्रेन का स्पीड ट्रायल करेंगे। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार ङ्क्षसह के अनुसार सीआरएस लक्ष्मीपुर और नौतनवा स्टेशन का भी निरीक्षण करेंगे। उन्होंने आम जनता से स्पीड ट्रायल के दौरान रेल लाइन से दूरी बनाए रखने की अपील की है। सीआरएस की अनुमति के बाद गोरखपुर से नौतनवा के बीच इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा।

एसी मैकेनिक के बैठने की जगह को लेकर सौंपा ज्ञापन

ट्रेनों में चलने वाले एसी मैकेनिक के बैठने की सीट के निर्धारण को लेकर पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ (पीआरकेएस) प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक को ज्ञापन सौंपा है। संघ के महामंत्री विनोद कुमार राय का कहना है कि एसी मैकेनिक पहले पावरकार में बैठते थे। अब रेलवे प्रशासन ने एसी मैकेनिक को पावरकार में बैठने से मना कर दिया है। आवश्यकता पडऩे पर ही वे पावरकार में जाएंगे। ऐसे में सवाल यह है कि एसी मैकेनिक बैठेंगे कहां। क्या वे खड़े होकर ही ड्यूटी करेंगे। एसी कोच में बैठने के लिए कोई जगह ही नहीं होती है। मैकेनिक के बीच आक्रोश बढ़ता जा रहा है। उन्होंने रेलवे प्रशासन से एसी मैकेनिक के बैठने की जगह निर्धारित करने की मांग की है।

जेडआरयूसीसी के सदस्यों की उपेक्षा का आरोप

क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति (जेडआरयूसीसी) के सदस्य व भाजपा नेता राकेश ङ्क्षसह पहलवान ने पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन पर समिति के सदस्यों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि संबंधित अधिकारियों के माध्यम से सदस्यों को कोई समुचित जानकारी नहीं दी जाती है। बैठकों के बारे में भी अवगत नहीं कराया जाता। पूछने पर संतोषजनक उत्तर नहीं मिलता है। उन्होंने रेलवे प्रशासन से जेडआरयूसीसी के सदस्यों को आवश्यक सूचनाओं की जानकारी देने व उनकी समस्याओं को सुनने के लिए उचित प्लेटफार्म उपलब्ध कराने की मांग की है।

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