रेलवे ने चलाई वैक्सीन एक्सप्रेस, फ्रंट लाइन के 10216 कर्मचारियों को लगा टीका Gorakhpur News
शहर व कस्बों से दूर छोटे स्टेशनों पर तैनात तथा रेल लाइनों पर कार्य करने वाले कर्मचारियों को टीका लगाने के लिए मेडिकल वैन (वैक्सीन एक्सप्रेस) चलाई जा रही है। फिलहाल 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र वाले 17863 में से 10216 रेलकर्मियों को टीका लग चुका है।
गोरखपुर, जेएनएन। पूर्वोत्तर रेलवे में फ्रंट लाइन के कर्मचारियों (ट्रैकमैन, प्वाइंटमैन, गेटमैन व की मैन, स्टेशन मास्टर, लोको पायलट, गार्ड, मैकेनिक, सुपरवाइजर और सफाईकर्मी आदि) को टीका लगाने के लिए वैक्सीन एक्सप्रेस चलाई जा रही है। वाराणसी मंडल में इसकी शुरुआत हो चुकी है। लखनऊ और इज्जतनगर मंडल में भी जल्द ही वैक्सीन एक्सप्रेस चलाकर सभी रेलकर्मियों का टीकाकरण सुनिश्चित कर लिया जाएगा।
छोटे स्टेशनों पर तैनात कर्मचारियों के लिए चलाया गया अभियान
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार दफ्तर ही नहीं रेलवे स्टेशनों, कारखानों और कोचिंग डिपो में भी युद्धस्तर पर टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। शहर व कस्बों से दूर छोटे स्टेशनों पर तैनात तथा रेल लाइनों पर कार्य करने वाले कर्मचारियों को टीका लगाने के लिए मेडिकल वैन (वैक्सीन एक्सप्रेस) चलाई जा रही है। वाराणसी मंडल में मंडुआडीह से बलिया और फेफना से मऊ जंक्शन के बीच मेडिकल वैन (वैक्सीन एक्सप्रेस) चलाकर मंडुआडीह, वाराणसी, औंडि़हार, नंदगंज, गाजीपुर सिटी, युसूफपुर, बलिया, फेफना, इंदारा और मऊ में फ्रंट लाइन पर कार्य करने वाले रेलकर्मियों को टीका लगाया गया है। अभियान में और तेजी लाई जाएगी।
अब तक 57 फीसद कर्मचारियों को लगा टीका
फिलहाल, पूर्वोत्तर रेलवे में अभी तक 57 फीसद रेलकर्मियों को टीका लगाया गया है। गोरखपुर मुख्यालय में 52.3, वाराणसी मंडल में 74.6 फीसद, लखनऊ और इज्जतनगर मंडल में 52.7-52.7 फीसद कर्मियों को टीका लगाया जा चुका है। फिलहाल, 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र वाले 17863 में से 10216 रेलकर्मियों को टीका लग चुका है। जिसमें 4008 रेलकर्मियों को दूसरा डोज भी लग गया है।
रक्षा के लिए तैयार हो रहे रक्षक कोच
तेजी से फैल रहे संक्रमण को काबू करने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने भी कमर कस ली है। विषम परिस्थितियों से निपटने के लिए रक्षक कोच (कोविड कोच) की भी युद्धस्तर पर तैयारी शुरू हो गई है। ताकि, राज्य सरकार की मांग पर आम जन के लिए कभी भी कोविड कोचों को उपलब्ध कराया जा सके। रेलवे बोर्ड के निर्देश पर रेलवे प्रशासन ने पिछले साल ही 217 कोविड कोच तैयार कर लिया था। हालांकि, पहली लहर में मऊ जंक्शन पर खड़े कोच को छोड़कर अन्य को उपयोग नहीं हो पाया था। गोरखपुर, नकहा जंगल सहित 14 रेलवे स्टेशनों पर रक्षक कोच खड़े हैं।