10 रेलवे के पुलों पर लगाई गई वाटर लेवल मेजरमेंट डिवाइस, 24 घंटे में दो बार करती है अलर्ट

भारी बारिश और बाढ़ में भी पूर्वोत्तर रेलवे के रूटों पर पड़ने वाले पुलों की निगरानी होती रहेगी। रेलवे कंट्रोल रूम को नदियों के जलस्तर की लगातार सूचना मिलती रहेगी और उसी के अनुसार ट्रेनों की गति रखी जाएगी।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 10:10 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 10:10 AM (IST)
10 रेलवे के पुलों पर लगाई गई वाटर लेवल मेजरमेंट डिवाइस, 24 घंटे में दो बार करती है अलर्ट
रेल पुल पर लगी वाटर लेवल मेजरमेंट डिवाइस। सौ.इंटरनेट मीडिया

गोरखपुर, प्रेम नारायण द्विवेदी : भारी बारिश और बाढ़ में भी पूर्वोत्तर रेलवे के रूटों पर पड़ने वाले पुलों की निगरानी होती रहेगी। रेलवे कंट्रोल रूम को नदियों के जलस्तर की लगातार सूचना मिलती रहेगी और उसी के अनुसार ट्रेनों की गति रखी जाएगी। इसके लिए रेलवे ने पुलों पर वाटर लेवल मानिटरिंग सिस्टम लागू कर दिया है।

पिछले वर्ष चार पुलों पर सिस्टम का सफल ट्रायल किया था रेलवे ने

रेलवे ने पिछले वर्ष चार पुलों पर इस सिस्टम का सफल ट्रायल किया था। इस वर्ष 15 पुलों पर रेलवे ने यह वाटर लेवल मेजरमेंट डिवाइस लगाने का निर्णय लिया है। 10 पुलों पर डिवाइस लग चुकी है और संबंधित इंजीनियर और रेलकर्मियों के मोबाइल पर एसएमएस के जरिये नदियों के जलस्तर की सटीक जानकारी पहुंचने लगी है। गोरखपुर-सहजनवां के बीच राप्ती और रोहिन पुल पर डिवाइस लगाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सौर ऊर्जा से संचालित सेंसरयुक्त वाटर लेवल मेजरमेंट डिवाइस रेल लाइनों के ट्रैक मैनेजमेंट सिस्टम (टीएमएस) से जुड़ी है, जो संबंधित इंजीनियरों व रेलकर्मियों के मोबाइल पर 24 घंटे में दो बार एसएमएस भेजकर अलर्ट कर रही है। जलस्तर के अनुसार ट्रेन को कासन पर चलाया जा रहा है। अगर रेल लाइन पानी में डूब गई है तो उसकी व्यवस्था की जा रही है।

पहले असुरक्षित थी लाइनों की ट्रैकिंग

रेलकर्मी अभी तक नदियों का जलस्तर पारंपरिक गेज पद्धति से ही मापते रहे हैं। बारिश और बाढ़ के समय मौके पर पहुंचकर जलस्तर मापना कठिन और असुरक्षित होता था। सूचनाएं देर से मिलती थीं और खतरे को भांपना मुश्किल था।

यहां-यहां लगा सिस्टम

मनकापुर-अयोध्या के बीच सरयू, गोंडा और लखनऊ के बीच घाघरा, लालकुआं-काशीपुर के बीच कोसी, कासगंज-मथुरा के बीच यमुना, पीलीभीत-भोजीपुर के बीच 270 नंबर, सलेमपुर-इंदारा के बीच तुर्तीपार, वाराणसी-प्रयागराज के बीच इज्जत, औंड़‍िहार-वाराणसी के बीच गोमती, छपरा-फेफना के बीच मांझी, सिवान-भटनी के बीच 119 नंबर पुल पर।

डिवाइस से मानिटरिंग आसान और बेहतर हुई

पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने कहा कि नदियों के जलस्तर की निगरानी के लिए आधुनिक तकनीक का जल स्तर मापन यंत्र (वाटर लेवल मेजरमेंट डिवाइस) लगाकर उसे ट्रैक मैनेजमेंट सिस्टम से जोड़ दिया गया है। यह डिवाइस 24 घंटे में दो बार एसएमएस अलर्ट दे रही है, इससे मानिटरिंग आसान और बेहतर हो गई है।

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