अफसरों की बेरुखी ने अभियान को बना दिया 'तमाशा'
गोंडा : मकसद था स्वच्छता के प्रति अफसरों की दिलचस्पी बढ़ाने के साथ ही जागरूकता अभियान की मुहिम आगे ब
गोंडा : मकसद था स्वच्छता के प्रति अफसरों की दिलचस्पी बढ़ाने के साथ ही जागरूकता अभियान की मुहिम आगे बढ़ाने का। इसके लिए भारत सरकार के निर्देश पर मुख्य सचिव ने विश्व शौचालय दिवस को लेकर एक अभियान पंचायतीराज विभाग के माध्यम से चलाने के लिए गत दो नवंबर को फरमान जारी किया था। अभियान के तहत विभिन्न गतिविधियों को संचालित करने के साथ ही स्वच्छता को लेकर कुछ नया करने वाले डीएम को सम्मानित करने का भी फैसला करने की भी योजना थी लेकिन, 9 से 19 नवंबर तक चलने वाला ये अभियान सिर्फ कागजों तक सिमट कर रह गया। जिला हो या फिर ब्लॉक, कोई भी अफसर कार्यक्रम में प्रतिभाग तक नहीं कर सका।
अभियान में होने थे ये कार्य
-पंचायतघरों पर खुले में शौच मुक्त भारत से संबंधित बोर्ड लगाए जाने का प्रस्ताव, विश्व शौचालय दिवस को लेकर व्यापक प्रचार-प्रसार, कंपोस्ट पिट, डस्टबिन, बायोगैस आदि के प्रयोग को बढ़ावा, समुदाय बैठक, घर-घर संपर्क, स्वच्छता रैली, उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित करने की व्यवस्था।
मांगी गई सूचना-कार्यक्रम कराने के निर्देश सभी एडीओ पंचायत को दिए गए थे। सभी से निर्धारित प्रारूप पर रिपोर्ट मांगी गयी है। कुछ गांवों में मसाल जुलूस व गौरव यात्रा निकाली गई है।
-घनश्याम सागर, डीपीआरओ गोंडा।