10 हजार घरों की मुश्किल बनी जलनिकासी
आइए आपको नगर के 10 हजार घरों की समस्या से वाकिफ
गोंडा: आइए आपको नगर के 10 हजार घरों की समस्या से वाकिफ कराते हैं। विकास के तमाम दावे किए जा रहे हैं लेकिन, जलनिकासी की समस्या जस की तस है। कहीं पर किसी के घर के सामने गंदा पानी भरा है तो कहीं पर बारिश का पानी डंप है। 27 वार्डों में से अधिकांश की स्थिति यही है, नागरिक अपना दर्द भी अफसरों को सुनाते हैं लेकिन, जिम्मेदार ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। शहर के नालों की स्थिति एक नजर में
पटेलनगर से गुड्डूमल चौराहा होते हुए रतन तालाब तक, महाराजगंज पुलिया से कटहरिया पुलिय होते हुए गुरुतालाब तक, तुमनदार मस्जिद से जोहरा पुलिया तक, तोपखाना में इलाही बाबा मजार से दयाराम तालाब तक, जिगरगंज हाफिज आबिद के घर के पास की पुलिया से होते हुए राजेंद्र नगर भुतौना तालाब तक, मेवातियान में बाबा के मजार से सिद्दीकी गार्डन के आगे तक नाला है। इसके अतिरिक्त 12 अन्य नाले विभिन्न वार्डों में है। क्यों हैं दिक्कत
कालोनियों का विकास हो गया। आवास बनते गए लेकिन, जल निकासी को लेकर कोई प्लानिग नहीं बनी। नतीजन, सड़कें नीचे हो गई है लेकिन, नालियां ऊंचाई पर है। गोंडा-बलरामपुर फोरलेन मार्ग के किनारे बनाई गई नालियां जर्जर है। मुहल्लों में सड़कों पर पानी भरा रहता है, इससे लोगों को परेशानी हो रही है। कई ऐसे मुहल्ले हैं, जहां पर मामूली सी बारिश में ही पूरा इलाका तालाब हो जाता है। नागरिकों का दर्द
शिवपुरी कालोनी के प्रमोद सिंह, राज कुमार का कहना है कि घरों के सामने गंदा पानी एकत्र हो रहा है, कई बार शिकायत की गई। आवास विकास के अलंकार का कहना है कि नालियों की सफाई नहीं होती है, ऐसे में जलभराव से दो चार होना पड़ रहा है। साहबगंज के डा. संतोष कुमार द्विवेदी भी जलभराव से परेशान है। अनूप कुमार का कहना है कि नालियों की मरम्मत दिखाकर बजट निकाल लिया गया लेकिन, स्थिति में सुधार नहीं हुआ।
--------------- - जल निकासी की समस्या के निस्तारण के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। मुहल्लों में जलभराव न हो, इसके लिए विशेष टीमें लगाई जा रही है।
अर्चना, जलकल अभियंता, नगर पालिका