कहां खर्च हुए 81 लाख, हिसाब का पता नहीं
रमन मिश्र गोंडा आइए आपको कोरोना की पहली लहर के उस दौर में ले चलते हैं जब हर कोई
रमन मिश्र, गोंडा: आइए आपको कोरोना की पहली लहर के उस दौर में ले चलते हैं, जब हर कोई दहशत में था। कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग संसाधनों की कमी से जूझ रहा था, उस वक्त विधायकों ने अपनी निधि से 81 लाख रुपये की मदद की थी। साल भर से अधिक का वक्त बीच चुका है, लेकिन अभी तक इसके हिसाब का पता नहीं है।
कोरोना संक्रमण से प्रबंधन के लिए वित्तीय वर्ष 2019-20 में अस्पताल को सुविधाओं की दरकार थी। मास्क व सैनिटाइजर की डिमांड को पूरा करने की चुनौती थी। ऐसे में विधायकों से मिली मदद से कोविड प्रबंधन को लेकर आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई गई। कोविड हास्पिटल में आक्सीजन पाइप लाइन की व्यवस्था कराई गई, लेकिन अभी तक इसका भुगतान लंबित है। विधायक निधि से मिली धनराशि को एक साल से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन खर्च का विवरण अभी तक नहीं मिल सका है। विभागीय स्तर पर शुरू हुई लिखापढ़ी के बाद अब अभिलेख खंगाले जा रहे हैं। विधायक निधि से मिले पैसे से क्या-क्या सामग्री क्रय की गई, कहां-कहां खर्च किया गया। इससे संबंधित जानकारी जुटाई जा रही है। सीएमओ डा. आरएस केसरी ने संबंधित कर्मियों को उपभोग प्रमाणपत्र उपलब्ध कराने को कहा है।
--------------
इन्होंने दी थी मदद
- समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री ने 11 लाख रुपये, विधायक सदर प्रतीक भूषण सिंह, मेहनौन विनय कुमार द्विवेदी, कटरा बाजार बावन सिंह, कर्नलगंज अजय प्रताप सिंह, गौरा प्रभात कुमार वर्मा, विधान परिषद सदस्य गोंडा-बलरामपुर महफूज खां व विधान परिषद सदस्य रणविजय सिंह ने दस-दस लाख रुपए की मदद दी थी। 24 मार्च 2020 को यह धनराशि संबंधित विभाग ने स्वास्थ्य विभाग को दी थी।
---------------
- विधायकों ने कोविड से निपटने के लिए विधायक निधि से मदद की थी। इस धनराशि के खर्च का विवरण स्वास्थ्य विभाग से मांगा गया है। इसके लिए सीएमओ से पत्राचार किया जा रहा है।
- शशांक त्रिपाठी, सीडीओ गोंडा