गांव में गंदगी का अंबार, सफाईकर्मी को देखने के लिए तरस रहे प्रधानजी

गोंडा हर माह वेतन पर 6.49 करोड़ रुपये खर्च नालियां चोक सार्वजनिक स्थलों पर कूड़े का ढेर।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 11:07 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 11:07 PM (IST)
गांव में गंदगी का अंबार, सफाईकर्मी को देखने के लिए तरस रहे प्रधानजी
गांव में गंदगी का अंबार, सफाईकर्मी को देखने के लिए तरस रहे प्रधानजी

गोंडा : मकसद था गांव को स्वच्छ बनाने का। इसके लिए पंचायतीराज विभाग ने राजस्व ग्राम स्तर पर सफाई कर्मचारियों की तैनाती की है। हर माह वेतन पर 6.49 करोड़ रुपये खर्च किए जाते हैं, लेकिन गांव में सफाई तो दूर प्रधान व ग्रामीण सफाई कर्मचारी का चेहरा तक नहीं पहचानते। यह हाल तब है जब ग्राम पंचायत में प्रधान, सचिव व ब्लाक स्तर पर एडीओ पंचायत की तैनाती है। वेतन भुगतान के नाम पर पेरोल का अनूठा खेल ब्लाकों पर खेला जाता है। जिले में करीब दो सौ सफाई कर्मचारी ऐसे हैं जिनकी तैनाती तो गांव में है, लेकिन वह ब्लाक व सरकारी दफ्तरों में चक्कर लगाते हुए दिखते हैं। कुछ वाहन चला रहे हैं तो कुछ रसोइयां की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। ऐसे में गांवों की सफाई व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है। पेश है रिपोर्ट :

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नंबर गेम

- 16 विकासखंड

- 1214 ग्राम पंचायत

- 1821 राजस्व ग्राम

- 1811 सफाई कर्मचारी के पद सृजित

- 1797 सफाई कर्मचारी जिले में तैनात

- 36098 रुपये सफाई कर्मचारी के एक माह वेतन

- 6.49 करोड़ रुपये प्रत्येक माह वेतन भुगतान पर खर्च

- 77.92 करोड़ रुपये एक वर्ष में हो रहा भुगतान

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कोई डीपीआओ का रिश्तेदार तो किसी पर साहब की मेहरबानी

- शिवदयालगंज : नवाबगंज ब्लाक के रामापुर में सफाईकर्मी पद पर मनीषा सिंह की तैनाती है। प्रधान विक्रांत सिंह ने बताया कि मैंने गांव में तैनात सफाई कर्मचारी को आज तक नहीं देखा है। हरदवा के प्रधान धनीराम ने बताया कि गांव में तैनात सफाईकर्मी कभी गांव नहीं आई और बिना पेरोल के वेतन भुगतान हो रहा है। लोलपुर के प्रधान गौरव सिंह का कहना है उनके यहां तैनात सफाईकर्मी पूर्व डीपीआरओ के रिश्तेदार हैं। वह कभी कार्य नहीं करते। जयप्रभाग्राम/इटियाथोक : ग्राम पंचायत फरेंदा कानूनगो के राजस्व गांव जनकौरा जूनियर हाईस्कूल के पास गंदगी का अंबार लगा है। प्रधान उमा देवी ने बताया कि शिकायत करने के बाद कोई सुधार नहीं हुआ। पारासराय में तैनात सफाई कर्मी भी गांव नहीं आते। प्रधान अशोक कुमार ने बताया कि एक माह पूर्व पेरोल पर हस्ताक्षर कराकर गए थे तब से नहीं आए। परसपुर : जरौली के प्रधान पुत्र ऋषभ शुक्ल ने बताया कि गांव की सफाईकर्मी बिदु है, लेकिन वह कभी गांव नहीं आती। जब शिकायत करो तो सिफारिश करवाती हैं। कटराबाजार : वीरपुरखास की सबीना व सकीना ने बताया कि सफाईकर्मी कभी नहीं आते। झंझरी: ग्राम पंचायत जानकीनगर के मिश्रौलिया गांव में सफाईकर्मी कौन तैनात है, इसकी जानकारी किसी को नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि पांच वर्ष में कोई सफाई करने नहीं आया।

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- गांवों में तैनात सभी सफाई कर्मचारियों को जाबचार्ट के अनुसार साफ-सफाई करने के निर्देश दिए गए हैं। यदि कर्मचारी गांव नहीं जाते हैं तो यह गंभीर मामला है। संबंधित ब्लाक के एडीओ पंचायत से जवाब-तलब किया जाएगा।

- सभाजीत पांडेय, डीपीआरओ गोंडा

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