मरगूबपुर में त्रिसदस्यीय कमेटी करेगी प्रधानी
बीडीओ बेलसर के प्रस्ताव को डीएम ने दी स्वीकृति
गोंडा : मनरेगा घोटाले में फंसे मरगूबपुर प्रधान के अधिकार सीज होने के बाद अब त्रिसदस्यीय कमेटी कामकाज देखेगी। बीडीओ के प्रस्ताव को डीएम डा. नितिन बंसल ने मंजूरी दे दी है। कमेटी का बैंक खाता खुलवाकर विकास कार्य कराने के निर्देश दिए गए हैं।
बेलसर ब्लॉक की ग्राम पंचायत मरगूबपुर में विकास कार्य में गड़बड़ी की शिकायत दर्ज कराई गई थी। बताया जाता है कि मनरेगा के तहत व्यक्तिगत लाभ के लिए यहां किसानों का चयन किया गया। गांव में मेड़बंदी व समतलीकरण का कार्य दिखाकर मजदूरों के खाते में भुगतान भी कर दिया गया। तीन माह पूर्व किसानों को जब उनके खेत में बिना मेड़बंदी कराए ही भुगतान की जानकारी हुई तो इसकी शिकायत दर्ज कराई। सीडीओ शशांक त्रिपाठी के निर्देश पर कराई गई जांच में कार्य न होने का राजफाश हुआ। जांच के दौरान उक्त खेतों में धान की फसल लगी होने के साथ ही पानी भरा मिला। किसानों ने भी कार्य न होने की बात बताई। जांच में करीब 78 हजार रुपये के गबन की पुष्टि होने पर प्रधान सरोजन, ग्राम विकास अधिकारी राजेंद्र कुमार व तकनीकी सहायक राम उबारन तिवारी के खिलाफ गबन का मुकदमा उमरीबेगमगंज थाने में दर्ज कराया था। पद का दुरुपयोग करने के मामले में डीएम ने बीते दस नवंबर को प्रधान का वित्तीय व प्रशासनिक अधिकार सीज कर दिया था। इसके बाद गांव में विकास कार्य ठप हो गया। प्रधान पद के दायित्वों का निर्वहन करने के लिए बीडीओ से प्रस्ताव मांगे गए थे। डीएम ने गांव में त्रिसदस्यीय कमेटी गठित की है। इनमें विश्वनाथ, तेज बहादुर व कबूतरी शामिल हैं।