फसल अवशेष जलाने की घटना हरहाल में रोकें डीएम
कृषि उत्पादन आयुक्त ने राज्य स्तरीय रबी गोष्ठी में अफसरों को दिए निर्देश वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए हुई चर्चा
गोंडा : फसल के अवशेष जलाने की घटनाएं इस बार नहीं होनी चाहिए। इसे रोकने के लिए संबंधित जिले के डीएम तैयारी पूरी कर लें। यह बात गुरुवार को एनआइसी सभागार में वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए राज्य स्तरीय रबी गोष्ठी में कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा ने कही। कहा कि किसानों को समय से बीज व खाद उपलब्ध कराने के लिए अभी से ही तैयारी शुरू कर दें। इसके लिए कमिश्नर व डीएम अपने स्तर पर समीक्षा कर लें। प्रमुख सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी ने कहा कि किसानों को बैंक से समन्वय बनाकर फसली ऋण समय से दिला दिया जाय। हर ब्लॉक में एक-एक कृषि उत्पाद संघ का गठन कराएं। कृषि विधेयक पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपने-अपने जिलों में किसानों को जागरूक करते हुए विधेयक की खूबियां बताएं। इस विधेयक से न तो मंडी समितियां खत्म होंगी और न ही समर्थन मूल्य। वीडियो कांफ्रेंसिग में कमिश्नर देवीपाटन मंडल एसवीएस रंगाराव, डीएम डॉ. नितिन बंसल, सीडीओ शशांक त्रिपाठी, संयुक्त निदेशक कृषि डॉ. पीके गुप्ता, उप निदेशक कृषि डॉ. मुकुल तिवारी, जिला कृषि अधिकारी जेपी यादव, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. उपेंद्रनाथ सिंह मौजूद रहे।
मंडल में रबी के आच्छादन व उत्पादन पर एक नजर
2019 में गेहूं का आच्छादन-4.71 लाख हेक्टेयर
2019 में मसूर का आच्छादन-1.14 लाख हेक्टेयर
2020 में गेहूं आच्छादन का लक्ष्य-4.74 लाख हेक्टेयर
2020 में मसूर आच्छादन का लक्ष्य-1.49 लाख हेक्टेयर