18 से अधिक आयु के लोग टीकाकरण के लिए अभी करें इंतजार

- 45 से अधिक आयु के लोगों को लगाई जा रही कोरोनारोधी वैक्सीन संसू गोंडा 18 से 44 वर्ष क

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 11:31 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 11:31 PM (IST)
18 से अधिक आयु के लोग टीकाकरण के लिए अभी करें इंतजार
18 से अधिक आयु के लोग टीकाकरण के लिए अभी करें इंतजार

- 45 से अधिक आयु के लोगों को लगाई जा रही कोरोनारोधी वैक्सीन

संसू, गोंडा : 18 से 44 वर्ष की आयु वर्ग के लोगों के लिए वैक्सीन का आवंटन नहीं हो सका है। ऐसे में 18 लाख लोगों को इंतजार करना पड़ेगा। पोर्टल के साथ ही अन्य माध्यमों से लोग रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं। हालांकि, 45 से अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है।

स्वास्थ्य विभाग वैक्सीनेशन में जुटा हुआ है। जिला पुरुष व महिला अस्पताल के साथ ही अन्य केंद्रों पर 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के एक लाख 89 हजार 600 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। इनके लिए अभी 11 हजार 20 वैक्सीन उपलब्ध है। निजी अस्पतालों को वैक्सीन आवंटन पर रोक लगी हुई है। जिला वैक्सीन इंचार्ज पंकज तिवारी ने बताया कि जिले में वैक्सीन की किल्लत नहीं है। एक मई से 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के टीकाकरण के लिए जनपद का चयन नहीं हुआ है। इसलिए लक्ष्य नहीं दिया गया है। 3424 लोगों का हुआ वैक्सीनेशन

- गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग ने 3424 लोगों को वैक्सीन लगवाया है। इनमें प्रथम के साथ ही दूसरी डोज लेने वाले लोग शामिल है। जिला अस्पताल के साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण किया जा रहा है। इसके लिए लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।

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सप्ताह भर में सांस की बीमारी से आठ की हो चुकी मौत

संसू, वजीरगंज (गोंडा) : क्षेत्र के विभिन्न गांवों में सांस की बीमारी से पिता-पुत्र समेत कई लोगों की मौत हो गई। कई लोगों का इलाज चल रहा है।

भगोहर के बेचई पुरवा निवासी पत्रकार देवीदीन भारती का एक सप्ताह से बीमार थे। जिला अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। ऑक्सीजन स्तर लगातार कम बना रहा। गुरुवार को उनकी मौत हो गई। कस्बा निवासी इस्लाम अली की मृत्यु पिछले सप्ताह व उनके पुत्र अब्दुल कयूम की मौत बुधवार को हो गई। मौत का कारण सांस लेने में दिक्कत बताई जा रही है। इसके अतिरिक्त कस्बे के मेडिकल व्यवसाई पति-पत्नी व किराना व्यवसाई के परिवार के दो सदस्यों की सांस में तकलीफ के चलते मौत हो गई थी। बरईपारा में रघुनाथ पांडेय की भी सांस में तकलीफ के चलते मौत हो गई। अधीक्षक डॉ. आशुतोष शुक्ल ने बताया कि सांस फूलने से हो रहीं मौतें निमोनिया व अन्य बीमारियों से भी हो सकती हैं। घबराने की जरूरत नहीं है। एहतियात बरतें, मास्क लगाएं। साबुन से हाथ धोते रहें और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें।

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