मंडी गुलजार, सरकार के क्रय केंद्र सूने
गोंडा : मंडी गुलजार और क्रय केंद्र सूने। यह हालात धान खरीद को लेकर हैं। ऐसे में किसान धान बेचने के ल
गोंडा : मंडी गुलजार और क्रय केंद्र सूने। यह हालात धान खरीद को लेकर हैं। ऐसे में किसान धान बेचने के लिए क्रय केंद्रों का चक्कर लगाकर थक चुके तो गल्ला मंडी की ओर रुख कर रहे। सरकार द्वारा घोषित मूल्य भी उन्हें नहीं मिल रहा, इसके बावजूद वह अपनी उपज बेच दे रहे। इसी हालात के शिकार रुद्रपुर विसेन गांव के किसान घिर्राऊ ¨सह भी हैं। अपनी गाढ़ी कमाई के रूप में तैयार धान बेचने के लिए उन्हें सोमवार को जिला मुख्यालय स्थित मंडी आना पड़ा। धान के बारे में जिक्र करते ही व्यवस्था को कोसने लगते हैं। बताया कि गत 16 नवंबर को वह निजी साधन से 60 ¨क्वटल धान लेकर क्रय केंद्र गए थे लेकिन, शाम तक बैठाए रखने के बाद वापस कर दिया गया। ¨सह का दर्द है कि पिछले 15 दिन पहले धान की फसल की कटाई-मड़ाई करने के बाद उसे बेचने के लिए वह दर-बदर चक्कर काट रहे हैं। कई बार क्रय केंद्र गए, फिर भी उनकी उपज नहीं बिकी। कभी कर्मचारियों की हड़ताल बताई जा रही है तो कभी अन्य परेशानी बताकर वापस कर दिया जा रहा है।
धान खरीद लक्ष्य-24800 मीट्रिक टन।
कुल क्रय केंद्र-52।क्रय मूल्य-1750 रुपये प्रति ¨क्वटल।मंडी में खरीद का भाव-1450 रुपये प्रति ¨क्वटल लक्ष्य के सापेक्ष खरीद-410 ¨क्वटल
जिम्मेदार के बोल
-डिप्टी आरएमओ लाल बहादुर गुप्ता का कहना है कि अब तक सिर्फ आठ केंद्रों पर 410 ¨क्वटल धान की खरीद हो सकी। कर्मचारियों व सचिवों की हड़ताल के चलते अबतक 44 केंद्रों खरीद शुरू नहीं हो सकी।