एसीएमओ समेत 20 कर्मियों को दफ्तर-आवास खाली करने की नोटिस
गोंडा मेडिकल कालेज के निर्माण के लिए जिला अस्पताल में 200 बेड का भवन तैयार किया जाना है।
गोंडा : मेडिकल कालेज के निर्माण के लिए जिला अस्पताल में 200 बेड का भवन तैयार किया जाना है। इसके लिए एएनएम ट्रेनिग सेंटर से लेकर सरकारी दफ्तरों व आवासों को ध्वस्त किया जाएगा। इन भवनों को खाली करने के लिए एसीएमओ समेत 20 कर्मियों को दफ्तर-आवास खाली कराने के लिए नोटिस भेजी गई है।
सीएमओ डा. आरएस केसरी ने बताया कि सभी एसीएमओ, नोडल अधिकारी, एएनएम ट्रेनिग सेंटर इंचार्ज, चिकित्सक व अन्य कर्मियों को नोटिस जारी किया गया है। कहा गया है कि भवन को तत्काल खाली करें। इसके बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। यहां पर संचालित दफ्तर को सीएमओ कार्यालय में शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए टिन शेड बनाया जा रहा है। प्रमुख अधीक्षक डा. घनश्याम सिंह ने बताया कि व्यवस्था बनाई जा रही है। समिति का गठन किया गया है।
यह भवन होंगे ध्वस्त
- एएनएम ट्रेनिग सेंटर, अचल प्रशिक्षण केंद्र, विश्व स्वास्थ्य संगठन का दफ्तर, कर्मियों के आवास, चिकित्साधिकारी आवास ध्वस्त होंगे। इसके अतिरिक्त जिला वैक्सीन स्टोर, फार्मासिस्ट आवास, रजिस्ट्रेशन काउंटर, रैन बसेरा, शौचालय भी शामिल है। इन भवनों को ध्वस्त करने के लिए भेजे गए प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। इन भवनों को ध्वस्त करने के लिए समिति का गठन किया गया है। कर्मचारियों की बढ़ी मुश्किल
इन भवनों में रह रहे कर्मचारियों की मुश्किल बढ़ गई है। एएनएम ट्रेनिग सेंटर के आवास में रह रहे कर्मी रवि प्रताप शर्मा का कहना है कि उसे नोटिस मिली है। वह कैंसर का मरीज है। ऐसे में उसे आवास की सख्त आवश्यकता है। अब वह क्या करें। जिस तरह से सरकारी दफ्तरों को अलग शिफ्ट किया जा रहा है, उसी तरह से कर्मचारियों के भी प्रबंध किया जाए। उसने सीएमओ समेत अन्य अधिकारियों को पत्र लिखा है।