बारिश ने बढ़ाई मुसीबत, कटान का खतरा बरकरार
गोंडा बारिश फिर शुरू हो गई है। वहीं नदियों का जलस्तर घटने से कटान का खतरा बना ह
गोंडा : बारिश फिर शुरू हो गई है। वहीं, नदियों का जलस्तर घटने से कटान का खतरा बना है। एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी खतरे के निशान से 24 सेंटीमीटर नीचे बह रही है।
गुरुवार को अचानक मौसम का रंग बदल गया। रुकरुक कर दिनभर बारिश होती रही। सड़कों पर लोग भीगते हुए आवागमन करते नजर आए। हवा की रफ्तार सुस्त होने के कारण उमस बढ़ गई। बारिश का असर तटबंध की मरम्मत पर भी पड़ा। नदियों के जलस्तर में गिरावट का दौर तेज हो गया है। ऐसे में तटबंध के किनारे बसे गांवों में कटान का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीण सियाराम, राम जियावन, शिवशंकर का कहना है कि बारिश के साथ ही नदी में पानी आने से खेतों में लगी फसलें डूब गई हैं। इससे चारे का संकट बढ़ गया है। यहां कोई भी झांकने नहीं आता। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी खतरे के निशान से अब 24 सेंटीमीटर नीचे पहुंच गई है। वहीं, अयोध्या में सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 28 सेंटीमीटर नीचे है। एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी खतरे के निशान से 24 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। इनसेट
- नदियों में पानी छोड़े जाने के कारण जलस्तर बढ़ा है। अब धीरे-धीरे इसमें कमी आने लगी है। इससे लोगों को थोड़ी राहत मिली है। लेकिन, कटान का खतरा बरकरार है। अधिशासी अभियंता बाढ़ कार्यखंड बीएन शुक्ल ने बताया कि घाघरा में गिरिजा, शारदा व सरयू बैराज से 2.64 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। स्थिति की निगरानी की जा रही है।