अब डिस्चार्ज होने के बाद भी नवजात की होगी निगरानी

तीसरी लहर से पहले ही स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बरतनी

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 10:22 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 10:22 PM (IST)
अब डिस्चार्ज होने के बाद भी नवजात की होगी निगरानी
अब डिस्चार्ज होने के बाद भी नवजात की होगी निगरानी

गोंडा: तीसरी लहर से पहले ही स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। नवजात की सेहत पर नजर रखी जा रही है। सिक न्यू बॉर्न केयर यूनिट में भर्ती होने वाले नवजात की अब डिस्चार्ज होने के बाद भी फोन पर स्वास्थ्य कर्मी संबंधित के परिवारजन से जानकारी लेंगे।

महिला अस्पताल में 16 बेड का सिक न्यू बॉर्न केयर यूनिट संचालित है। यहां पर सांस लेने में परेशानी वाले नवजात शिशुओं का इलाज किया जाता है। इसके लिए दो चिकित्सक तैनात है। साथ ही यूनिट की मॉनीटरिग सीसी कैमरे से की जा रही है। ऐसे में अब यहां की व्यवस्था को और प्रभावी बनाने की तैयारी है। यूनिट के कर्मियों को किसी अन्य अस्पताल में संबद्ध करने पर रोक लगा दी गई है। अगर किसी अस्पताल में नवजात की तबीयत खराब होती है, उसे यूनिट में रेफर किया जाना है तो सबसे पहले संबंधित अस्पताल प्रबंधन को फोन के जरिए बेड की उपलब्धता व रेफर किए जाने की जानकारी देनी होगी ताकि नवजात के इलाज में कोई दिक्कत न आने पाएं। उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मनोज कुमार का कहना है कि बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर यह व्यवस्था की गई है। मुख्य चिकित्साधीक्षक को इसकी निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है। सिक न्यू बॉर्न केयर यूनिट में बढ़ाई गई सक्रियता, तय हुई जिम्मेदारी। मरीजों की भीड़ बढ़ी

जिला अस्पताल में मरीजों की भीड़ बढ़ने लगी है। सबसे अधिक मरीज मौसम जनित समस्याओं के आ रहे हैं। यही नहीं, महिला अस्पताल में भी ओपीडी इन दिनों फुल चल रही है। भीड़ बढ़ने से कोविड नियमों का पालन कराने में परेशानी हो रही है।

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