भाजपा की बड़ी जीत का असर, मुस्लिम परिवार ने बच्चे को नाम दिया नरेंद्र दामोदरदास मोदी

वजीरगंज थाना क्षेत्र परसापुर महरौर में एक मुस्लिम परिवार में 23 मई को बच्चे ने जन्म लिया। पत्नी ने दुबई में पति को फोन कर बेटे का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी रखने की बात रखी।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Sat, 25 May 2019 01:21 PM (IST) Updated:Sun, 26 May 2019 09:09 AM (IST)
भाजपा की बड़ी जीत का असर, मुस्लिम परिवार ने बच्चे को नाम दिया नरेंद्र दामोदरदास मोदी
भाजपा की बड़ी जीत का असर, मुस्लिम परिवार ने बच्चे को नाम दिया नरेंद्र दामोदरदास मोदी

गोंडा, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है। लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा की बड़ी जीत के बाद पीएम मोदी का दायरा और विस्तार ले रहा है। इसी का असर गोंडा में एक मुस्लिम परिवार पर भी पड़ा है। इस परिवार ने नवजात का नामकरण पीएम मोदी से प्रेरित होकर किया है। बच्चे का जन्म 23 मई को हुआ और इसके बाद उसका नाम नरेंद्र दामोदरदास मोदी रखा गया है। 

पीएम मोदी के व्यक्तित्व से मुस्लिम भी काफी प्रभावित हो रहे हैं। खुद से पहले राष्ट्र के बारे में सोचने वाले पीएम नरेंद्र मोदी के समर्थकों में 23 मई को परिणाम आने के बाद प्रचंड जीत से बेहद खुशी थी। भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड जीत पर देश में पीएम मोदी के समर्थकों में खुशी की लहर थी। कहीं, गुलाल उड़ाया जा रहा था तो कहीं फूलों की बारिश हो रही थी। इसी बीच गोंडा जिले में इस उत्सव का एक अलग नजारा देखने को मिला। यहां के वजीरगंज के एक मुस्लिम परिवार के आंगन में बच्चे की किलकारियां गूंज उठीं। ससुरालियों के ना नुकुर के बाद दुबई में बैठे पति की रजामंदी से बेटे का नाम पत्नी ने नरेंद्र दामोदर दास मोदी रखा है। यहां से भाजपा के कीर्तिवर्धन सिंह चुनाव जीते हैं। ससुर इदरीस ने कहा कि मोदी जी के प्रति खुद भी उनकी व्यक्तिगत आस्था है, समाज क्या कहेगा के सवाल पर बोले यह पारिवारिक फैसला है, कोई दखल नहीं दे सकता है।

 

मामला वजीरगंज थाना क्षेत्र परसापुर महरौर का है। यहां के मुस्ताक अहमद पुत्र मोहम्मद इदरीस पत्नी मैनाज बेगम और दो बेटियों मन्तशा बेगम(8) व जोया फातमा(4) के साथ रहता है। मुस्ताक दुबई में पीओपी का काम करता है। चार महीने से वहीं है। बीते गुरुवार (23मई) को पत्नी मैनाज बेगम ने बेटे काे जन्म दिया। अगले दिन यानी शुक्रवार (24 मई) को बच्चे का नाम रखने की बात चली तो पत्नी मैनाज बेगम ने ससुराल वालों को चौंका दिया। उसने बच्चे का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी रखने की बात रखी। पहले तो ससुराल वालों ने बहू के फैसले पर सहमती नहीं जताई। इसके बाद उसने दुबई में नौकरी कर रहे पति मुस्ताक अहमद से मोबाइल पर रजामंदी ली। उसके बाद बच्चे का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी रखने का निर्णय हुआ। उसने बच्चे का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी रखने की जिद पकड़ ली, पहले तो ससुराल वालों ना नुकुर की पर ससुर मोहम्मद इदरीस ने बहू के फैसले पर सहमत जताई। दुबई में नौकरी कर रहे शौहर मुश्ताक अहमद से भी मोबाइल पर रजामंदी ली गई और बच्चे का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी रख दिया। प्रसूता मैनाज बेगम कहती हैं कि वे नरेंद्र मोदी जी के बारे में देखती सुनती आ रही हैं। मोदी जी अच्छा काम कर रहे हैं, वे दोबारा आए तो उनके लिए बच्चे का नामकरण एक तोहफा भर है।

परिवार रजिस्टर में दर्ज होगा नाम
मैनाज बेगम ने डीएम के नाम एक शपथ पत्र बनवाया है। इसे ससुर मोहम्मद इदरीस ने डीएम के कैम्प कार्यालय में शुक्रवार को रिसीव करा दिया। नोटरी शपथपत्र में बच्चे का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी लिखाया गया। वहीं, बच्चे के बाबा मोहम्मद इदरीश ने बताया कि बच्चे के नाम में मोहम्मद जोड़कर मोहम्मद नरेंद्र मोदी किया जाएगा। एडीओ पंचायत घनश्याम पांडेय ने बताया कि नोटरी शपथपत्र के आधार पर संबंधित परिवार के रजिस्टर में नाम दर्ज करने की औपचारिकता पूरी की जा रही है।

तीन तलाक पर कानून को सराहा
प्रसूता मैनाज बेगम कहती हैं कि वो नरेन्द्र मोदी जी के बारे में देखती सुनती आ रही हैं। वो कहती हैं मोदी जी अच्छा काम कर रहे हैं, वे दोबारा आए तो उनके लिए बच्चे का नामकरण एक तोहफा भर है। बोली तीन तलाक पर कानून बना कर मोदी जी ने मुस्लिम महिलाओं को बड़ा सहारा दिया है। वहीं, मैनाज के ससुर इदरीस ने कहा कि मोदी जी के प्रति उनकी खुद भी व्यक्तिगत आस्था है, समाज क्या कहेगा के सवाल पर बोले यह पारिवारिक फैसला है, कोई दखल नहीं दे सकता है।  

परिजनों के बयान पर लग रहे सवालिया निशान
गांव में चर्चा है कि कहीं ये चर्चित होने का स्टंट तो नहीं। मौके की स्थित अौर परिजनों के बयान व गांव वालों की प्रतिक्रिया सवालिया निशान जरूर लगा रहे हैं। परिवार के लोग क्या वास्तव में मोदी भक्त हैं इसकी सच्चाई तो वही जानें पर गांव के लोग उक्त परिवार की इस गतिविधि से असहज जरूर हैं। गांव के मोहम्मद सलमान ने बताया कि नामकरण इनका व्यक्तिगत मामला है, लेकिन भविष्य में बच्चे को दिक्कत आएगी। लड़का एक पखवारा पहले पैदा हुअा। जिसकी बरही 24 मई को थी, जिसकी खिलाई पिलाई का आयोजन था। 23 मई को बच्चा पैदा होने की जानकारी नहीं है। यद्यपि ये बात उन्होंने कैमरे के सामने कहने से मना कर दिया।

उधर, अरमान ने बताया कि जब मुस्ताक अहमद 4 माह से दुबई में है जबकि शपथपत्र में मुस्ताक अहमद के हस्ताक्षर हैं। सच क्या है ऊपरवाला या फिर संबंधित परिवार ही जानें। वहीं, गांव के ही मोहम्मद आजम ने कहा कि नोटरी शपथपत्र में सिर्फ नरेंद्र दामोदर दास मोदी लिखा है। परिवार के लोग उस नाम के आगे खुद मोहम्मद लगा रहे हैं। 

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