बंद रहीं दुकानें, सड़कों पर रहा सन्नाटा
अधिकारियों ने शहर का जायजा लिया। वहीं बंद का उल्लंघन करने पर दस पर मुकदमा भी दर्ज किया गया। जिले में सिर्फ दवा की दुकानें खुलीं रहीं।
गोंडा : कोरोना संक्रमण को देखते हुए 55 घंटे की बंदी के दूसरे दिन भी बाजार बंद रहे। सड़कों पर सन्नाटा रहा। सिर्फ पुलिस की गाड़ियों के सायरन की गूंज रही। अधिकारी भ्रमण करके व्यवस्था का जायजा लेते रहे। इस दौरान नियमों का उल्लंघन करने के मामले में दस लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया है।
रविवार की सुबह से ही चौक बाजार हो या रानी बाजार, पीपल तिराहा हो या भरत मिलाप, हर जगह दुकानों पर ताला लगा रहा। यहां तक कि आवश्यक वस्तुओं व सब्जियों तक की दुकानें भी नहीं खुलीं। सिर्फ जिला व महिला अस्पताल के सामने की दवा की दुकानें ही खुलीं। दुकानों की बंदी के कारण सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। लोग घरों में रहे। वहीं, ट्रेनों से आने वालों को साधन न मिलने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा। निगरानी के लिए हर चौराहे पर पुलिस का पहरा रहा। नगर कोतवाल आलोक राव ने बताया कि इस दौरान नियमों की अनदेखी करने वाले दस लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है।
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सख्ती आवश्यक : रिटायर्ड कर्मचारी केबी सिंह का कहना है कि कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए इस तरह की सख्ती आवश्यक है। तभी हम कोरोना से निजात पा सकते हैं। राधाकुंड के विवेक सरन का कहना है कि हर किसी को कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाने व शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करना चाहिए। इमिलिया गुरुदयाल के संजय श्रीवास्तव का कहना है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए लोगों को सरकार के नियमों का पालन करना चाहिए।
अधिकारियों ने लिया जायजा : नोडल अधिकारी डॉ. राजशेखर, डीएम डॉ. नितिन बंसल, सीडीओ शशांक त्रिपाठी ने शहर का भ्रमण कर बंदी का जायजा लिया। साथ ही नगर पालिका द्वारा करवाए जा रहे सैनिटाइजेशन को देखा। ईओ विकास सेन, जिला कार्यक्रम प्रबंधक नितेश राठौर, संदीप तिवारी, सफाई निरीक्षक काजी शारिफ, फराज अहमद टीम के साथ लगे हुए थे।