मेडिकल कालेज ने बढ़ा दिए जमीनों के भाव

गोंडा परेड सरकार में निर्माणाधीन है मेडिकल कालेज प्रापर्टी डीलर व सफेदपोशों की मिलीभगत ने बढ़ा दिए जमीनों के भाव।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 10:31 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 10:31 PM (IST)
मेडिकल कालेज ने बढ़ा दिए जमीनों के भाव
मेडिकल कालेज ने बढ़ा दिए जमीनों के भाव

रमन मिश्र, गोंडा : मेडिकल कालेज का निर्माण होने से जहां लोगों को बेहतर इलाज की सुविधा मिलेगी। वहीं, व्यवसायिक गतिविधियां भी बढ़ेंगी। इसको लेकर जमीन की कीमतें आसमान छूने लगी हैं। अगल-बगल गांवों के करीब तीन किलोमीटर दूरी तक जो जमीनें दो साल पूर्व कौड़ी के भाव बिक रही थीं। आज उसकी कीमत चुकाना मुश्किल है। यही नहीं, विवादित जमीन को भी खरीदने से प्रापर्टी डीलर गुरेज नहीं कर रहे हैं। इस खरीद-फरोख्त में सफेदपोशों के शामिल होने से भी इन्कार नहीं किया जा सकता है।

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परेड़ सरकार में हो रहा है मेडिकल कालेज का निर्माण - सर्किट हाउस के पास 281.71 करोड़ रुपये की लागत से मेडिकल कालेज का निर्माण कराया जा रहा है। कार्यदायी संस्था ने ले आउट पास होने के बाद कार्य शुरू करा दिए हैं। इन सबके बीच मेडिकल कालेज के समीप सटे छावनी सरकार, भट्ठा परेड, मोकलपुर, पंतनगर, नेवलगंज, परेड सरकार, पथवलिया, हारीपुर समेत तीन किलोमीटर के दायरे में जमीनों के दाम आसमान छूने लगे हैं। पहले जहां एक लाख रुपये में एक बिस्वा जमीन आसानी से मिल जाती थी, आज उसी भूमि की कीमत पांच लाख रुपये तक पहुंच गई है। हैरत की बात तो यह है कि इस दायरे में विवादित जमीनों पर कब्जा करने की होड़ सी मच गई है। इसमें प्रापर्टी डीलर से लेकर पर्दे के पीछे सफेदपोश तक शामिल बताए जा रहे हैं।

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चाय-पान की ढाबली पर हो रही है सौदेबाजी

- बादशाहबाग चौराहे व उसके अगल-बगल संचालित हो रही चाय-पान की ढाबली पर सुबह होते ही लोगों का जमावड़ा शुरू हो जाता है। यहां प्रापर्टी डीलर के एजेंट जमीनों का मोलभाव करते हैं। जहां जमीनों का विवाद बताया जाता है, वहां वह लोग सफेदपोश को अपना खास बताते हुए कम कीमत में उसे हथियाने की जुगत में भिड़ जाते हैं।

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- कोविड संक्रमण का प्रभाव अब लगभग समाप्त हो चुका है। अगस्त में 100 प्रतिशत राजस्व का लक्ष्य हासिल किया गया था। इस माह भी प्रयास किया जा रहा है। भूमि की खरीद व बिक्री बीते दो माह से बढ़ी है।

- सुधा यादव, उप निबंधक गोंडा सदर

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