कामकाजी महिलाओं के लिए बनेगा छात्रावास
गोंडा 50 महिलाओं के रहने की रहेगी व्यवस्था जमीन की तलाश में जुटा महकमा।
गोंडा : कामकाजी महिलाओं के लिए अच्छी खबर है। अब उनको नगर में रहने के लिए किराए पर कमरा लेने की जरूरत नहीं है। सरकार ने ऐसी महिलाओं के लिए मंडल मुख्यालय पर एकल श्रमजीवी महिला छात्रावास बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए जमीन की तलाश शुरू कर दी गई है।
रोजगार के सिलसिले में तमाम महिलाएं घर से बाहर निकल रही हैं। नगर में उन्हें काम मिल जाता है, लेकिन सुरक्षित ठिकाना तलाशने में मुश्किल होती है। कामकाजी महिलाओं की इस समस्या के समाधान को लेकर सरकार ने कदम बढ़ाया है। देवीपाटन मंडल मुख्यालय पर एकल श्रमजीवी महिला छात्रावास का निर्माण कराया जाएगा। इसमें कमरे के साथ ही डायनिग हाल, कामन रूम, किचन एवं स्टोर रूम, लान व कामन बाथम रूम का निर्माण कराया जाएगा। शहरी क्षेत्र में महिला सुरक्षा के दृष्टिगत जमीन की तलाश की जा रही है। कामकाजी महिलाएं तीन वर्ष से अधिक समय तक निवास कर सकती हैं। खास बात यह है कि मां पर निर्भर छोटे बच्चे भी छात्रावास में रह सकते हैं। फिलहाल, जमीन को लेकर कवायद चल रही है जिससे कि जल्द से जल्द निर्माण कार्य प्रारंभ हो सके।
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दिव्यांग महिलाओं को मिलेगी वरीयता
- दिव्यांग महिलाओं को आवास के लिए अधिक मशक्कत करनी पड़ती है। कई बार दूसरे मंजिल पर कमरा मिलने पर आवागमन में दिक्कत होती है। इसको देखते हुए छात्रावास में रहने के लिए दिव्यांग महिलाओं को वरीयता दी जाएगी। कम आय वाली महिलाओं को भी वरीयता दी जाएगी।
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बोले जिम्मेदार
- शासन का पत्र प्राप्त हुआ है। छात्रावास के निर्माण को जमीन की व्यवस्था करना है। इसको लेकर राजस्व विभाग को पत्र भेजा जा रहा है। जमीन मिलने पर प्रस्ताव तैयार करके उच्चाधिकारियों को भेजा जाएगा।
- संतोष कुमार सोनी, जिला कार्यक्रम अधिकारी