3.88 लाख टैबलेट्स का स्टॉक, मरीजों को नहीं मिल रही खुराक

गोंडा: जिले के दो हजार फाइलेरिया रोगियों के सामने बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है। सप्ताह में ो दिन विशे

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jan 2019 09:54 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jan 2019 09:54 PM (IST)
3.88 लाख टैबलेट्स का स्टॉक, मरीजों को नहीं मिल रही खुराक
3.88 लाख टैबलेट्स का स्टॉक, मरीजों को नहीं मिल रही खुराक

गोंडा: जिले के दो हजार फाइलेरिया रोगियों के सामने बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है। सप्ताह में ो दिन विशेष क्लीनिक में उनकी जांच तो होती है लेकिन, दवा उन्हें नहीं मिल पा रही है। यह स्थिति तब है जब तीन लाख 88 हजार टेबलेट्स का स्टॉक मौजूद है।

जिले में हर साल फाइलेरिया रोग के मरीजों की खोज के लिए अभियान चलाया जाता है। उस दौरान हरेक को फाइलेरियारोधी दवा खिलाई जाती है। पिछले साल मार्च माह में अभियान चलाया गया। उस दौरान निदेशालय से फाइलेरियारोधी दवाएं मिली थीं। अभियान की समाप्ति के बाद 3.88 लाख गोली बच गई। अन्य मरीजों को वह वितरित की जाती, उससे पहले ही उसके उपयोग पर रोक लगा दी गई। ऐसे में अब यहां पर आने वाले मरीजों की जांच की जाती है, उन्हें रिपोर्ट देकर बाहर की दवा लेने की सलाह दे दी जाती है। वर्तमान समय में फाइलेरिया विभाग के पास जांच के बाद 2081 मरीज हैं। जिला मलेरिया अधिकारी मोबीन अहमद का कहना है कि दवा की डिमांड भेजी गई है।

एक नजर बीमारी पर

- फाइलेरिया क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलता है। मरीजों में गिल्टियों व बुखार के अलावा हाथ व पैरों में सूजन आ जाती है। पैरों व हाथों की नसें लाल हो जाती हैं। इनमें दर्द भी होता है।

जिम्मेदार के बोल

- सीएमओ डॉ. एसके श्रीवास्तव ने बताया कि फाइलेरिया के मरीजों को दवा न मिलने का मामला आया है। इस पर संबंधित नोडल अधिकारी से जानकारी की जा रही है।

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