दवाओं की कमी से न हो परेशानी, तीसरी लहर की चल रही तैयारी
द्दश्रठ्ठस्त्रड्ड ठ्ठद्ग2ह्य श्चह्मद्गश्चह्मड्डह्लद्बश्रठ्ठ द्घश्रह्मष्श्र1द्बस्त्र श्चह्मश्रढ्डद्यद्गद्व
संसू, गोंडा: कोरोना की तीसरी लहर को लेकर दवाओं का प्रबंध शुरू हो गया है। पहले से ही अस्पतालों में कोरोना की दवाओं का स्टाक मजबूत किया जा रहा है। बुखार, दर्द, विटामिन की दवाओं की किट तैयार की जा रही है। आक्सीजन सिलिडर की उपलब्धता का दावा अधिकारी कर रहे हैं।
कोरोना की पहली व दूसरी लहर में जिले में कुल 12 हजार 282 के पॉजिटिव मिल चुके हैं। इसमें से 260 की मौत हो चुकी है। वर्तमान में मात्र एक कोरोना पॉजिटिव सक्रिय है। इसमें से शून्य से दस आयु वर्ग के 387, 11 से 20 आयु वर्ग के 1163, 21 से 40 आयु के 6012, 41 से 60 आयु के 3515, 60 से अधिक आयु वर्ग के 1205 मरीज शामिल है। इसमें से दस हजार 138 मरीज घर पर रहकर कोरोना को मात दे चुके हैं। 1881 मरीजों ने अस्पताल में इलाज कराया।
-----------
एल वन अस्पतालों को सौंपे गए उपकरण
- कोरोना की तीसरी लहर को लेकर पेशेंट मानीटर, ब्लड सेल, सेमी आटो एनालाइजर का प्रबंध एल वन कैटेगरी में शामिल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छपिया, इटियाथोक, हलधरमऊ व वजीरगंज में किया गया है। 250 से अधिक आक्सीजन कंसंट्रेटर का प्रबंध किया गया है।
------------
534 से ज्यादा रेमडेसिविर
- कोरोना की दूसरी लहर में मरीजों को पर्याप्त दवा नहीं मिल पाई। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। बाजार ही नहीं, सरकारी अस्पतालों में भी कई अहम दवाएं न होने से मरीजों को भटकना पड़ा। ऐसे में तीसरी लहर को लेकर अभी से ही इंतजाम किए जा रहे हैं। रेमडेसिविर 534 वायल, फेविपिराविर 3000 गोली के अतिरिक्त एंटीबायोटिक दवाओं का स्टाक तैयार किया गया है।
----------
जिम्मेदार के बोल
- कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए हम पूरी तरह से तैयार है। रोग प्रतिरोधक क्षमता की दवा व फ्लूड का स्टाक उपलब्ध कराने को कहा गया है। इसके लिए डिमांड की गई है।
- डॉ. टीपी जायसवाल, एसएमओ स्टोर