बिना निविदा के कर दिया 9.13 करोड़ का अनियमित भुगतान

नंदलाल तिवारी गोंडा कोरोना काल के बीच स्वास्थ्य विभाग में बड़ी गड़बड़ी पकड़ी गई है। वित्त

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 10:36 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 10:36 PM (IST)
बिना निविदा के कर दिया 9.13 करोड़ का अनियमित भुगतान
बिना निविदा के कर दिया 9.13 करोड़ का अनियमित भुगतान

नंदलाल तिवारी, गोंडा: कोरोना काल के बीच स्वास्थ्य विभाग में बड़ी गड़बड़ी पकड़ी गई है। वित्तीय वर्ष 2019-20 में निविदा संबंधी नियमों को दरकिनार करके विभिन्न फर्माे को बिना टेंडर व कोटेशन प्रक्रिया अपनाए हुए निविदा प्रक्रिया से बचने के लिए बिलों को टुकड़ों में बांट कर 9 करोड़ 13 लाख रुपये का अनियमित भुगतान का मामला आया है। इस मामले की पड़ताल शुरू हो गई है।

जांच टीम की रिपोर्ट के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग में वित्तीय नियमों का पालन नहीं किया गया। किसी भी कार्य के लिए निविदा की प्रक्रिया कराई जानी थी लेकिन, सीएमओ कार्यालय, जिला महिला अस्पताल, जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर इसका पालन नहीं कराया गया। बिना निविदा प्रक्रिया के ही विभिन्न फर्मों को 9 करोड़ 13 लाख एक हजार 663 रुपये का अनियमित भुगतान कर दिया गया। यही नहीं, बिना टेंडर व कोटेशन के ही खरीदी गई विभिन्न फर्मों की सामग्री को स्टॉक बुक में दर्ज ही नहीं किया गया। रोगी कल्याण समिति से भी अनुमोदन नहीं लिया गया। हैरत की बात तो यह है कि निविदा न कराना पड़े, इसके लिए बिलों को टुकड़ों में विभाजित करके भुगतान कर दिया गया।

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अकेले जिला अस्पतालों में ही दो करोड़ का खेल

- जिला महिला व पुरुष अस्पताल के अफसर भी नियमों से खेल गए। यहां भी बिना टेंडर, कोटेशन, जेम पोर्टल से खरीद की गई। बिना ई वे बिल की आपूर्ति भी ले ली गई। टुकड़ों में दो करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया गया। 16 सामुदायिक व 50 पीएचसी में भी गड़बड़ी है। जीएसटी व टीडीएस की कटौती भी नहीं की गई, जबकि दो फीसद कटौती का निर्देश है।

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जिम्मेदार के बोल

- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक अर्पणा उपाध्याय ने रिपोर्ट भेजी है। इसमें एक सप्ताह के भीतर जांच कराकर कार्रवाई करने को कहा गया है। जांच कराई जा रही है। गड़बड़ी पर कार्रवाई की जाएगी।

- डॉ. राधेश्याम केसरी, सीएमओ

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