नदी में समा रहा स्कूल भवन, कटान की भेंट चढ़ गई सैकड़ों बीघा फसल
नदियों का जलस्तर घटने से एक बार फिर कटान तेज हो गई है।
जागरण टीम, गोंडा : नदियों का जलस्तर घटने से एक बार फिर कटान तेज हो गई है। ऐलीमाझा स्कूल का भवन धीरे-धीरे नदी में समा रहा है। वहीं, सैकड़ों बीघा फसल कटान की भेंट चढ़ गई। अयोध्या में सरयू नदी खतरे के निशान से सिर्फ दो सेंटीमीटर नीचे बह रही है।
अमदहीबाजार : नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव से कटान फिर तेज हो गई है। तरबगंज तहसील के ऐलीपरसौली में प्राथमिक विद्यालय ऐलीमाझा के मुख्यभवन समेत सात कक्ष अबतक नदी में समा चुके हैं। तीन अवशेष कक्ष भी कटान की जद में हैं। वहीं, सैकड़ों बीघा फसल भी कटान की भेंट चढ़ गई है। केवटाही के लकड़हहनपुरवा में नौ लोगों के आशियाने नदी में समा गए। यहां रहने वाले करीब 800 लोग बाढ़ की चपेट में आए हैं। बाढ़ का पानी भरा होने से आवागमन भी बाधित हो गया है। सकरौर-भिखारीपुर तटबंध पर बाढ़ के पानी का दबाव बना हुआ है। एसडीएम तरबगंज राजेश कुमार ने बताया कि कटान पीड़ितों को आर्थिक सहायता दिलाने के लिए जिला प्रशासन को रिपोर्ट भेजी गई है। नवाबगंज व कर्नलगंज क्षेत्र में भी नदी के किनारे बसे लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी खतरे के निशान से 18 सेंटीमीटर व अयोध्या में सरयू नदी लाल निशान से सिर्फ दो सेंटीमीटर नीचे बह रही है। घाघरा नदी में 2.81 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
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आवागमन में परेशानी
- रविवार को सुबह से ही बारिश का सिलसिला रुकरुक कर जारी रहा। जलभराव के कारण शहर से लेकर गांव तक लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा। जलनिकासी के इंतजाम न होने पर ग्रामीणों ने नाराजगी जताई।
बारिश धान व गन्ने की फसल के लिए फायदेमंद बताई जा रही है।