बारिश ने बढ़ाई बाढ़ पीड़ितों की मुश्किल, नदियों के जलस्तर में इजाफा
खतरे के निशान से नीचे बह रही सरयू व घाघरा आवागमन में परेशानी जागरण टीम गोंडा ब
खतरे के निशान से नीचे बह रही सरयू व घाघरा, आवागमन में परेशानी
जागरण टीम, गोंडा : बारिश ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। वहीं, नदियों के जलस्तर में थोड़ा इजाफा हुआ है। घाघरा में 2.69 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
सोमवार को सुबह मौसम रहा। धूप के कारण उमस बढ़ गई। लोग पसीने से भीगे नजर आए। दोपहर बाद मौसम बदल गया। तेज हवा के साथ बारिश हुई। इससे लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी खतरे के निशान से 36 सेंटीमीटर व अयोध्या में सरयू नदी 79 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। घाघरा नदी में 2.69 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। उमरीबेगमगंज : जलस्तर बढ़ने से नदी की कटान रुक गई है। कटान में घर गवां चुके 15 परिवारों ने सकरौर-भिखारीपुर तटबंध पर डेरा जमा रखा है। झोपड़ी में किसी तरह गुजर-बसर करने वाले लोगों की मुसीबत बारिश में बढ़ जाती है। ननके, खुटकू, धर्मेद्र ने बताया कि गतवर्ष आई बाढ़ में उनका घर कट गया था। तभी से तटबंध पर रहने के लिए विवश हैं। अभी तक राहत के नाम पर कोई मदद नहीं मिली। एसडीएम तरबगंज राजेश कुमार ने बताया कि नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से काफी नीचे है। तटबंध की निगरानी कराई जा रही है। राजस्व कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। -----------
11.6 मिलीमीटर हुई बारिश
- लाल बहादुर शास्त्री कृषि विज्ञान केंद्र गोपालग्राम के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. उपेंद्रनाथ सिंह ने बताया कि अधिकतम तापमान 32.4 डिग्री व न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। हवा 7.9 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली। जिले में 11.6 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई है।