थमी कटान की रफ्तार, बारिश से मुश्किलें बढ़ीं

जागरण टीम गोंडा नदियों का जलस्तर अभी खतरे के निशान से नीचे है। वहीं तरबगंज तहसील के

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Jul 2021 10:22 PM (IST) Updated:Sun, 18 Jul 2021 10:22 PM (IST)
थमी कटान की रफ्तार, बारिश से मुश्किलें बढ़ीं
थमी कटान की रफ्तार, बारिश से मुश्किलें बढ़ीं

जागरण टीम, गोंडा : नदियों का जलस्तर अभी खतरे के निशान से नीचे है। वहीं, तरबगंज तहसील के ऐलीपरसौली में कटान रुक गई है। बारिश के कारण लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। कई जगह सड़कें कट गई हैं तो कई जगह जलभराव की स्थिति है।

सोमवार की भोर से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला दोपहर तीन बजे तक जारी रहा। हल्की हवा के साथ बारिश ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। कई जगह सड़कें कट गई हैं तो शहर से लेकर गांव तक गलियों में पानी भर गया है। जलनिकासी की व्यवस्था न होने से लोगों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। शाम को हल्की धूप निकलने से उमस बढ़ गई। बारिश का असर नदियों के जलस्तर पर भी पड़ा है। सरयू व घाघरा, दोनों नदियों खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी लाल निशान से 50 सेंटीमीटर व अयोध्या में सरयू नदी का जलस्तर 60 सेंटीमीटर नीचे है। घाघरा में 1.43 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। उमरीबेगमगंज : तरबगंज तहसील के ऐली परसौली में घाघरा नदी का जलस्तर घट रहा हैं। कटान रुक गई गई है। लकड़हन पुरवा में हो रही कटान ननके के घर से आगे नहीं बढ़ सकी है। स्कूल के पास लगा पीपल का पेड़ अभी सुरक्षित है। लेखपाल अंकित कुमार वर्मा ने बताया कि इस समय स्थिति सामान्य है।

------------

धान को फायदा, सब्जी को नुकसान

- लाल बहादुर शास्त्री कृषि विज्ञान केंद्र गोपालग्राम के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. उपेंद्रनाथ सिंह ने बताया कि बारिश के कारण तापमान में गिरावट आई है। अधिकतम तापमान 28.2 डिग्री व न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस रहा। हवा 11.8 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली। जिले में 52.6 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई है। उन्होंने बताया कि बारिश धान व गन्ने के लिए फायदेमंद है। जबकि, जलभराव से सब्जियों को नुकसान होगा।

chat bot
आपका साथी