टीकाकरण ने पकड़ी रफ्तार, 10254 को लगी वैक्सीन
- महिला अस्पताल व नारी ज्ञानस्थली महाविद्यालय में महिलाओं के लिए लगा शिविर - अधिकारियों ने टी
- महिला अस्पताल व नारी ज्ञानस्थली महाविद्यालय में महिलाओं के लिए लगा शिविर
- अधिकारियों ने टीकाकरण का लिया जायजा, नए सिरे से बनेगी प्लानिग
संसू, गोंडा: कोरोना रोधी वैक्सीन के टीकाकरण ने रफ्तार पकड़ ली है। सोमवार को जिले में दस हजार 254 लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई गई। टीकाकरण के प्रति गांवों में विशेष जागरूकता शिविर लगाने का निर्णय लिया गया है।
सरस्वती देवी नारी ज्ञानस्थली महाविद्यालय में तीन दिवसीय टीकाकरण शविर शुरू हुआ। यहां पर 9 जून तक कोरोनारोधी टीका लगाया जाएगा। 18 से 45 वर्ष तक के आयु की महिलाओं का यहां पर टीकाकरण होगा। टीका लगाने वाली छात्रा आंकाक्षा पांडेय को तुलसी का पौधा भेंट किया गया। कैंप में प्राचार्या डॉ. आरती श्रीवास्तव, डॉ. नीलम छाबड़ा, रंजना बन्धु, डॉ. हरप्रीत कौर, स्मृति शिशिर, सरिता पांडेय एवं किरन पांडेय मौजूद थे। इसके अतिरिक्त कचहरी परिसर में जनपद न्यायाधीश मयंक कुमार जैन एवं कोविड-19 के नोडल अधिकारी एडीजे चन्द्र मोहन चतुर्वेदी के निर्देशन में शिविर लगाया गया। शिविर में न्यायिक अधिकारी परवेज अहमद, शालीन मिश्रा, स्वपनिल पांडेय, नसेहा वसीम व अरोमा रमन पाइसेस सहित 110 लोगों का टीकाकरण किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव कृष्ण प्रताप सिंह ने बताया कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए टीकाकरण जरूरी है। इसके अलावा टीकाकरण शिविरों का अधिकारियों ने भ्रमण कर जायजा लिया।
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टीकाकरण न होने से नाराज लोगों ने किया प्रदर्शन
संसू, हलधरमऊ (गोंडा): स्थानीय ब्लॉक मुख्यालय पर स्थित सीएचसी पर कोरोना टीकाकरण न होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। इस मामले में कार्रवाई की मांग की गई है।
सोमवार को सीएचसी पहुंचे ग्रामीण जानकी प्रसाद, सुभाष चंद्र, सीताराम तिवारी, लीलावती, उर्मिला देवी, गंगा सिंह, सुरेंद्र प्रसाद सिंह, पूर्व प्रधान नंदकिशोर ओझा ने बताया कि वह लोग सुबह 8 बजे आ गए हैं। कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए टीकाकरण का इंतजार कर रहे थे। दस बजे तक स्टॉफ ही नहीं बैठा था। इसके बाद बताया कि तकनीकी समस्या आ गई है, टीकाकरण नहीं हो पाएगा। इस पर ग्रामीणों ने टीकाकरण कक्ष के सामने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। सीएचसी प्रभारी डॉ. संत प्रसाद वर्मा का कहना है कि पोर्टल नहीं चल रहा था, इसलिए टीकाकरण नहीं हो पाया है।