नए खुलेंगे 206 स्वास्थ्य उपकेंद्र, गांव में ही मिलेंगी सुविधाएं
पांच हजार की जनसंख्या पर उपकेंद्र स्थापना की बनी रणनीति विभाग ने शुरू की कार्रवाई
गोंडा: कोरोना की तीसरी लहर को लेकर चल रही तैयारियों के बीच अब जिले में 206 नए उपकेंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। इससे गांवों में रह रही महिलाओं व बच्चों को टीकाकरण व अन्य सुविधाओं के लिए जिला मुख्यालय का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा। इसके लिए विभागीय अधिकारियों का निर्देश जारी किए गए हैं।
जिले में वर्तमान समय में 322 उपकेंद्र है। ऐसे में आए दिन समय से सुविधाओं के न मिलने की शिकायत मिल रही है। अब स्वास्थ्य विभाग ने पांच हजार की जनसंख्या पर उपकेंद्र स्थापना को मंजूरी दी है।
ऐसे में जिले में 206 नए उपकेंद्र बनाए जाने हैं। इन गांवों की आबादी 5 हजार से अधिक है। बभनजोत में 14, बेलसर में 15,छपिया में 8, कर्नलगंज में 8, हलधरमऊ में 13, इटियाथोक में 15, काजीदेवर में 16, कटरा बाजार में 15, मनकापुर में 13, मुजेहना में 15, नवाबगंज में 10, पडरीकृपाल में 9्, परसपुर में 16 के अतिरिक्त रुपइडीह, तरबगंज, वजीरगज में उपकेंद्र बनाए जाने हैं। अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने इसके लिए सीएमओ को पत्र लिखा है। इनसेट
किराए के उपकेंद्र के लिए तैयार हुआ मानक
- किराए पर स्वास्थ्य उपकेंद्र के लिए मानक तय किए गए हैं। आवश्यक संसाधनों के साथ ही इसे गांव के समीप होना चाहिए। इसे बाद में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में बदलने की तैयारी है। इसके लिए तीन हजार रुपये किराया तय किया गया है। इसके चिन्हांकन के लिए ग्राम प्रधान का सहयोग लिया जा सकता है।
इनसेट
मिलेंगी यह सुविधाएं
- स्वास्थ्य उपकेंद्र पर गर्भवती व बच्चों के टीकाकरण के साथ ही अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे। विभाग की अन्य योजनाओं का भी क्रियान्वयन किया जाएगा। भगहर बुलंद में आयोजित टीकाकरण सत्र में गर्भवती के स्वास्थ्य की जांच की गई। इनसेट
वर्जन===
- पांच हजार की आबादी पर स्वास्थ्य उपकेंद्र की स्थापना की जानी है। इसके लिए विभाग से निर्देश मिले हैं। इसके अनुरूप प्रभारी चिकित्साधिकारी को कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।
- डा. आरएस केसरी, सीएमओ गोंडा