कटान से सहमे ग्रामीण, घटने लगा घाघरा का जलस्तर
घाघरा नदी का जल स्तर घटने से बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों ने
गोंडा : घाघरा नदी का जल स्तर घटने से बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। वहीं ऐली परसौली गांव के कई मजरे पानी से घिर गए हैं। ग्रामीण नाव के सहारे आवागमन करने को मजबूर हैं। ऐली परसौली गांव के पास नदी की कटान को देख ग्रामीण सहमे हैं। हालांकि अधिकारी बांध के सुरक्षित होने का दावा कर रहे हैं।
एल्गिन ब्रिज पर ली गई माप के अनुसार नदी का जल स्तर सुबह आठ बजे 106.156 था। वहीं 312799 क्यूसेक पानी नदी में डिस्चार्ज हो रहा था। सिचाई विभाग के अवर अभियंता अमित पांडेय ने बताया कि बांध पूरी तरह सुरक्षित है। लगातार पानी घट रहा है।
अमदही : ऐली परसौली के कई मजरे बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। पानी धीरे-धीरे रिहायशी इलाकों की तरफ बढ़ रहा है। लगभग 800 परिवार बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। ग्रामीणों को आने-जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। प्राथमिक विद्यालय परिसर में लगा पीपल का पेड़ नदी में समाहित हो गया। वहीं विद्यालय का मुख्य भवन भी धीरे-धीरे नदी में समाता जा रहा है। केवटाही मजरे के अस्तित्व पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। लकड़हन पुरवा के सामने भी कटान शुरू हो गई है। राजबहादुर व रंजीत का घर कटान की जद में आ गया है। तीसरे दिन बरामद हुआ शव
नवाबगंज : साकीपुर अट्ठइसा निवासी रामटहल यादव दो दिन पूर्व भैंस चराने गया था। जो नदी में डूब गया था। गोताखोरों ने शुक्रवार को नदी से उसका शव बरामद किया। बताया जाता है कि पुलिस व 30वीं वाहिनी पीएसी की फ्लड कंपनी लगातार रेस्क्यू कर रही थी। थानाध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने बताया कि शव बरामद हो गया है। विधिक कार्रवाई की जा रही है।