डीएम के निरीक्षण में खुली पोल, डॉक्टर समेत 30 कर्मी मिले गैरहाजिर

शनिवार को डीएम मार्कण्डेय शाही के निरीक्षण में स्वास्थ्य

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 09:57 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 09:57 PM (IST)
डीएम के निरीक्षण में खुली पोल, डॉक्टर समेत 30 कर्मी मिले गैरहाजिर
डीएम के निरीक्षण में खुली पोल, डॉक्टर समेत 30 कर्मी मिले गैरहाजिर

गोंडा : शनिवार को डीएम मार्कण्डेय शाही के निरीक्षण में स्वास्थ्य विभाग के दावों की पोल खुल गई। दो अस्पतालों में कई चिकित्सक समेत 30 स्वास्थ्य कर्मी गैरहाजिर मिले। इस पर डीएम ने सभी का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही सीएचसी वजीरगंज के अधीक्षक की वेतन वृद्धि रोकते हुए प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है।

डीएम सीएचसी काजीदेवर पहुंचे। यहां परिसर में गंदगी मिली। वाटर कूलर गंदा रहा। कुर्सियां व शीशे टूटे हुए थे। इस पर डीएम ने प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. एसएन सिंह को फटकार लगाई। डीएम ने उपस्थिति रजिस्टर चेक किया तो स्वास्थ्य कर्मी शुभम मिश्रा व अनिल कुमार गुप्ता गैरहाजिर मिले। एलटी नेहा अहसन के बारे में कोई जानकारी नहीं दी जा सकी। इसी प्रकार राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के एमओ शत्रुहन तिवारी भी गैरहाजिर मिलेद्ध डॉ. कविता मिश्रा, रेहाना खातून, डॉ. अमरनाथ गुप्ता, विवेक सिंह, प्रिया मिश्रा व विनोद कुमार वर्मा, पीयूष कुमार ड्यूटी पर नहीं मिले। अधीक्षक ने डीएम को बताया कि टीम फील्ड में गई हुई है। इस पर डीएम ने सीएचसी प्रभारी से वीडियो कॉल से बात कराने तथा फोटोग्राफ्स उपलब्ध कराने को कहा। सीएचसी प्रभारी न तो बात करा सके और न ही फोटो ही उपलब्ध करा सके। इससे नाराज डीएम ने अधीक्षक व सभी कर्मियों का वेतन रोकते हुए जवाब मांगा है। इसी के बगल संचालित पशु चिकित्सालय में ताला लटकता हुआ मिला। डीएम ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से मामले में जवाब मांगा है।

इसके बाद डीएम ने सीएचसी वजीरगंज का निरीक्षण किया। अधीक्षक डॉ. आशुतोष शुक्ला, श्याम लाल, जय हिद प्रकाश मौर्य, वेद प्रकाश भारती तीन दिन से गैर हाजिर मिले। आशुतोष वर्मा, डॉ. पूजा जायसवाल, भावना अवस्थी, गौरव कठेरिया, कृष्ण मोहन श्रीवास्तव, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी श्याम बहादुर वर्मा, देवराज सिंह, नितिन सिंह, सरिता त्रिपाठी, अरुण नायर, बीना शुक्ला, आशुतोष कुमार, महेंद्र कुमार भी अनुपस्थित मिले। कर्मचारी राम सरन को अवकाश पर बताया गया जबकि उसके द्वारा उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर किया गया था। नाराज डीएम ने अधीक्षक को प्रतिकूल प्रविष्टि देने, तीन वेतन वृद्धि रोकने के साथ ही सभी कर्मियों का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोकने का आदेश दिया। डीएम ने कहा कि अब मजिस्ट्रेट के माध्यम से अस्पतालों का औचक निरीक्षण कराएंगे।

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