हाथ में बैसाखी तो किसी के कंधे पर नन्ही सी जान

कोरोना संक्रमण के बीच चुनाव को ड्यूटी को लेकर सजग दिखे मतदान कार्मिक।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 10:54 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 10:54 PM (IST)
हाथ में बैसाखी तो किसी के कंधे पर नन्ही सी जान
हाथ में बैसाखी तो किसी के कंधे पर नन्ही सी जान

गोंडा : सुबह के करीब दस बज रहे थे। झंझरी ब्लॉक की ग्राम पंचायत उम्मेदजोत स्थित अलहई महाविद्यालय में पोलिग पार्टी की रवानगी को लेकर व्यवस्था की गई थी। यहां सुबह से ही मतदान कार्मिकों का आना शुरू हो गया। किसी के हाथ में बैसाखी थी तो किसी के कंधे पर बेटी। कोरोना संक्रमण के दौर में भी चुनाव ड्यूटी को लेकर मतदान कार्मिकों में उत्साह दिखा। महिला मतदान कार्मिक अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ चुनाव ड्यूटी करने के लिए आई थीं। परिसर में छाया के लिए पंडाल तो लगाया गया था लेकिन, तेज धूप की तपिश मुसीबत बढ़ा रही थी। कोई मतपत्र को सहेजता दिखा तो कोई अन्य सामग्री। गांधी विद्यालय इंटर कॉलेज रेलवे कॉलोनी में पंडरीकृपाल ब्लॉक के गांवों में पोलिग पार्टी की रवानगी हो रही थी। यहां कोई मतपेटिका लेकर निकलता दिखा तो कोई कार्य निपटाकर आराम।

बेटी की देखभाल संग ड्यूटी भी जरूरी :

बभनजोत क्षेत्र की उर्मिला देवी शिक्षामित्र हैं। उनकी ड्यूटी झंझरी ब्लॉक में लगी थी। वह अपनी बेटी शिवांशी को लेकर आई थीं। बेटी जब कुछ खाने की जिद करनी लगी तो उन्होंने उसे नमकीन खिलाई। उनका कहना था कि बेटी की देखभाल के साथ ही चुनाव ड्यूटी भी जरूरी है। परसपुर की सपना शर्मा अपने कंधे पर बेटी को लिटाए हुए रवानगी स्थल पर पहुंची। दिव्यांग भी ड्यूटी को लेकर परेशान दिखे।

ड्यूटी कटवाने के लिए चक्कर लगाते रहे कर्मी :

चुनाव से ड्यूटी कटवाने के लिए मतदान कर्मी रवानगी स्थल पर भी मिन्नतें करते दिखे। नगर पालिका गोंडा में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर तैनात राम चंदर की ड्यूटी मतदान अधिकारी तृतीय पर लगी है। वह किसी तरह डंडे के सहारे चलते हैं। उन्होंने बताया कि ड्यूटी कटवाने के लिए प्रयास किया गया लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई। कुछ कर्मचारी पति-पत्नी दोनों की ड्यूटी लगी होने की बात करते दिखे। उनका कहना था कि शासन की व्यवस्था के अनुसार एक ड्यूटी कट जानी चाहिए।

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