बाढ़ के पानी में डूब गई फसल, सड़क पर जलभराव से आवागमन प्रभावित

खतरे के निशान से नदियां ऊपर बह रही हैं। अयोध्या में

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 10:42 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 10:42 PM (IST)
बाढ़ के पानी में डूब गई फसल, सड़क पर जलभराव से आवागमन प्रभावित
बाढ़ के पानी में डूब गई फसल, सड़क पर जलभराव से आवागमन प्रभावित

गोंडा : खतरे के निशान से नदियां ऊपर बह रही हैं। अयोध्या में सरयू नदी 13 सेंटीमीटर व एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी लाल निशान से 11 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। नवाबगंज में बाढ़ के पानी ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है। खेतों में पानी भरा होने से जहां फसल खराब होने का खतरा बढ़ गया है। वहीं, रास्ते पर पानी भरा होने से आवागमन प्रभावित है।

नवाबगंज में सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का पानी खेतों में भर गया है। इससे सैकड़ों भीगा फसल पानी में डूब गई है। रास्ते पर पानी बहने के कारण आवागमन प्रभावित है। यहां कई गांव के लोग नदी के तट पर बसे हैं। यहां पानी को रोकने के लिए कोई तटबंध नहीं बना है। परसपुर में सरयू-घाघरा नदियों के बीच बसा चंदापुर किटौली गांव का अनुसूचित पुरवा पूरी तरह से बाढ़ के पानी से घिर गया है। ग्रामीण गृहस्थी के सामान को समेट करके भिखारीपुर-सकरौर तटबंध के स्पर नंबर एक पर पहुंच गये है। यहां निर्माणाधीन प्रधानमंत्री आवास भी बाढ़ के पानी से घिर गया है। भंभुआ में घाघरा नदी का जलस्तर स्थिर है। ऐसे में लोगों को थोड़ी राहत मिली है। लेकिन, कटान का खतरा बना हुआ है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार नदियों का जलस्तर स्थिर है। शाम पांच बजे एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 11 व अयोध्या में सरयू नदी लाल निशान से 13 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। घाघरा नदी में 3.07 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। डीएम मार्कण्डेय शाही ने बताया कि तटबंध व नदियों के बढ़ते जलस्तर की निगरानी सीसी कैमरे से वह स्वयं कर रहे हैं। तटबंध पूरी तरह से सुरक्षित है।

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