पकड़ा गया फर्जी स्वास्थ्य प्रमाणपत्र, होगी एफआइआर
गोंडा सत्यापन में फर्जी मिला शिक्षक का प्रमाणपत्र प्रमुख अधीक्षक ने दिए कार्रवाई के निर्देश।
संसू, गोंडा: जिला अस्पताल से जारी एक शिक्षक का स्वास्थ्य प्रमाणपत्र जांच में फर्जी मिला है। चिकित्सक व प्रमुख अधीक्षक का फर्जी हस्ताक्षर पाया गया है। सत्यापन में इसका राजफाश होने के बाद अब कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है। इस मामले में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराने को कहा गया है।
राकेश कुमार वर्मा पब्लिक इंका गोला गोकरननाथ खीरी में प्रवक्ता के पद पर कार्यरत है। गत दिवस उन्होंने कालेज में जिला अस्पताल से जारी स्वास्थ्य प्रमाणपत्र प्रस्तुत किया। इसे सत्यापन के लिए जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक को भेज दिया गया। प्रमुख अधीक्षक ने जब प्रमाणपत्र देखा तो वह हैरत में पड़ गए। दरअसल, प्रमाणपत्र पर जारी हस्ताक्षर का मिलान अस्पताल के किसी चिकित्सक से हो ही नहीं रहा था। ऐसे में मुश्किल बढ़ गई। हालांकि इमरजेंसी मेडिकल आफीसर से भी जानकारी ली गई। प्रमुख अधीक्षक से जारी काउंटर साइन भी फर्जी पाया गया। प्रमुख अधीक्षक डा. घनश्याम सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य प्रमाणपत्र फर्जी तरीके से तैयार कराया गया है। इस मामले में मुकदमा करने के लिए संबंधित कालेज के मंत्री विजय कुमार माहेश्वरी को पत्र लिखा है। इसके अतिरिक्त तरबगंज के सेमरा गांव के एक मरीज को पहली दिसंबर को इमरजेंसी से मेडिकल वार्ड में शिफ्ट किया गया। उस वक्त रजिस्टर में संबंधित मरीज का गलत नाम दर्ज कर लिया गया। इससे काफी परेशानी हुई। प्रमुख अधीक्षक ने इस मामले में कार्रवाई करने का आदेश दिया है। ------------
पहले भी पकड़ा जा चुका है मामला
- जिला अस्पताल में फर्जी स्वास्थ्य प्रमाणपत्र पकड़े जाने का यह कोई नया मामला नहीं है। तत्कालीन सीएमओ डा. एसके श्रीवास्तव के कार्यकाल में भी इस तरह का प्रकरण पकड़ा गया था। अभिलेखों में हेराफेरी का भी मामला सामने आया है।
-----------
बढ़ाई गई निगरानी
- जिला अस्पताल में फर्जीवाड़े का मामला पकड़ में आने के बाद अब सतर्कता बढ़ा दी गई है। इमरजेंसी मेडिकल आफीसर के साथ ही सभी चिकित्सकों को इससे संबंधित रिकार्ड अपडेट रखने को कहा गया है।