काम से लेकर चार्ज तक पर टिकीं पुलिस की निगाहें

गोंडा: प्रभारी सीएमओ डॉ. सैय्यद गयासुल हसन की आत्महत्या के मामले में पुलिस अब दफ्तर से लेकर

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Nov 2018 10:09 PM (IST) Updated:Tue, 13 Nov 2018 10:09 PM (IST)
काम से लेकर चार्ज तक पर टिकीं पुलिस की निगाहें
काम से लेकर चार्ज तक पर टिकीं पुलिस की निगाहें

गोंडा: प्रभारी सीएमओ डॉ. सैय्यद गयासुल हसन की आत्महत्या के मामले में पुलिस अब दफ्तर से लेकर उनके कामकाज पर नजर रख रही है। मसलन, वह कब से जिले में तैनात थे। उनके पास कब-कब किस कार्यक्रम का प्रभार था। उस वक्त उसका फीडबैक कैसा रहा। वह साथी अफसरों व कर्मचारियों से बातचीत में कहीं किसी तरह के दबाव की चर्चा तो नहीं कर रहे थे। जैसे तमाम सवालों पर पुलिस की निगाहें टिकी हुई हैं।

एसपी लल्लन ¨सह का कहना है कि मामले में हर स्तर पर नजर है। कोतवाली पुलिस को इसके लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं। पीड़ित पत्नी हिना हसन ने काम के दबाव की बात कही है, ऐसे में इस बात की भी गहनता से पड़ताल की जाएगी कि आखिर उन्हें काम के दौरान किस तरह का प्रेशर था। उनके सीयूजी फोन पर आने वाली कॉलों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। इस बीच आवास विकास स्थित आवास पर मंगलवार को भी लोगों का आना जाना लगा रहा। प्रयागराज से उनके पिता सैयद नफीसुलहसन व अन्य परिजन भी आ गए हैं।

अभी तक तय नहीं किसको दें चार्ज

-स्वास्थ्य विभाग अभी तक यह तय नहीं कर सका है कि डॉ. सैय्यद गयासुल हसन के पास जो चार्ज था, उसे किसे दिया जाय। दरअसल, विभाग के पास अधिकारी ही नहीं है। ऐसे में विभाग की परेशानी बढ़नी तय मानी जा रही है। हालांकि सीएमओ डॉ. एसके श्रीवास्तव कहते हैं कि उच्चाधिकारियों के निर्देश का पालन किया जाएगा।

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