अपंजीकृत फर्मो से खरीद लिया यूनिफार्म, जांच शुरू

गोंडा : बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों में छात्रों को निश्शुल्क वितरित किए गए यूनिफार्म की खर

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Nov 2018 10:15 PM (IST) Updated:Thu, 15 Nov 2018 10:15 PM (IST)
अपंजीकृत फर्मो से खरीद लिया यूनिफार्म, जांच शुरू
अपंजीकृत फर्मो से खरीद लिया यूनिफार्म, जांच शुरू

गोंडा : बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों में छात्रों को निश्शुल्क वितरित किए गए यूनिफार्म की खरीद ऐसी फर्मो से कर ली गयी है, जो वाणिज्य कर विभाग में पंजीकृत नहीं हैं। कुछ पंजीकृत हैं लेकिन, जीएसटी नहीं दे रहीं हैं। बावजूद इसके स्कूलों में ड्रेस की आपूर्ति करा ली गयी। अब ऐसी फर्मो को चिन्हित कर कार्रवाई की कवायद शुरू कर दी गयी है। वाणिज्य कर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा के डिप्टी कमिश्नर ने देवीपाटन मंडल के सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) से फर्मों के विषय में जानकारी मांगी है। जिले में 3.28 लाख छात्रों को निश्शुल्क यूनिफार्म वितरित करना था। इसके लिए शासन स्तर से 12 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे। सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय से स्कूलों को धनराशि आवंटित कर दी गयी। विद्यालय प्रबंध समितियों के माध्यम से ड्रेस की खरीद कर बच्चों में वितरित कराने का दावा किया जा रहा है लेकिन, ड्रेस की आपूर्ति करने वाली फर्मो के पंजीकरण को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। कई फर्में वाणिज्य कर विभाग में पंजीकृत नहीं हैं। इससे आवंटित धनराशि में जीएसटी न जमा होने की बात कही जा रही है। वाणिज्य कर विभाग ने इसकी जांच शुरू कर दी है। विभाग ने एडी बेसिक से फर्मो के विषय में जानकारी मांगी है। जिसके बाद एडी ने बीएसए से फर्मों का विवरण तलब किया गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी मनिराम ¨सह ने बताया कि बीईओ से आपूर्तिकर्ता फर्म के नाम व पता तथा जीएसटीएन सहित अन्य जानकारी मांगी गयी है। जांच होने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

- शिकायत मिली है कि ड्रेस की आपूर्ति करने वाली कई फर्मो का पंजीकरण विभाग में नहीं है। इसको लेकर जांच कराई जा रही है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों से फर्म के संबंध में जानकारी मांगी गयी है।

- डीपी साहू, ज्वाइंट कमिश्नर (विशेष अनुसंधान शाखा) वाणिज्य कर विभाग।

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