एक से सात अगस्त तक चलेगा विश्व शिशु स्तनपान सप्ताह

नवजात को छह माह तक सिर्फ स्तनपान कराना चाहिए।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 08:14 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 08:14 PM (IST)
एक से सात अगस्त तक चलेगा विश्व शिशु स्तनपान सप्ताह
एक से सात अगस्त तक चलेगा विश्व शिशु स्तनपान सप्ताह

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : नवजात को छह माह तक सिर्फ स्तनपान कराना चाहिए। इसके अलावा उसे किसी भी प्रकार का तरल पदार्थ नहीं देना चाहिए। यहां तक की पानी भी नहीं, क्योंकि मां के दूध में ही सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसलिए छह माह तक बच्चों के लिए मां का दूध ही अमृत के समान है। इसी को लेकर बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के द्वारा एक अगस्त से सात अगस्त तक विश्व शिशु स्तनपान सप्ताह मनाया जाएगा, जिसके अंतर्गत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर परिजन व मां को छह माह तक सिर्फ स्तनपान के लिए जागरूक करेंगी। स्तनपान से नवजात को कई बीमारियों से बचाया जा सकता है। ऐसे में यदि शिशु स्वस्थ होगा तभी स्वस्थ समाज की कल्पना कर सकते हैं।

जिला कार्यक्रम अधिकारी दिलीप कुमार पांडेय ने बताया कि स्तनपान शिशु की वृद्धि व विकास के लिए आदर्श व्यवहार है। स्तनपान शिशु का पहला टीकाकरण है जो उसे मानसिक तथा शारीरिक रूप से स्वस्थ रखता है। मां के दूध में पाए जाने वाले पोषक तत्व शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं तथा उसको बाल्यावस्था में होने वाली कई बीमारियों से बचाते हैं। इन्हीं सब को देखते हुए अगस्त के पहले सप्ताह को विश्व स्तनपान सप्ताह के रूप में मनाया जाएगा। विभाग के 4127 आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यरत 3855 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गांव-गांव लोगों के घर जाएंगी और जिनके घर में छह माह से छोटे बच्चे होंगे उन्हें स्तनपान से होने वाले लाभ के बारे में बता कर जागरूक करेंगी। उन्होंने बताया कि इस साल विश्व स्तनपान सप्ताह की थीम ''शिशु स्तनपान सुरक्षा की जिम्मेदारी, साझा जिम्मेदारी'' पर केंद्रित है। बाल रोग विशेषज्ञ और मनिहारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक डा. प्रभाकर ने बताया कि नवजात के घर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पहुंचकर संदेश देने का काम करेंगे कि सभी धात्री माताएं सावधानियां अपनाते हुए कोविड-19 के दौरान भी स्तनपान जारी रखें। यह सबसे सुरक्षित और उचित विकल्प है। सा़फ हाथों से ही नवजात को छुएं , हाथों को साबुन से कम से कम 40 सेकंड तक साफ करें। मां दूध पिलाते समय नाक व मुंह पर मास्क लगाएं। यदि संक्रमण की पुष्टि हो गई है और संभावित संक्रमण है तो अनिवार्य रूप से मास्क लगाएं। इसके अलावा जिस सतह पर बैठकर वह दूध पिला रही हैं तो उसको साफ रखें या सैनिटाइज जरूर करें।

chat bot
आपका साथी