कोरोना के बाद वायरल फीवर की दस्तक
कोरोना वायरस की दूसरी लहर समाप्त होते ही अब गांवों ।
जागरण संवाददाता, भदौरा (गाजीपुर) : कोरोना वायरस की दूसरी लहर समाप्त होते ही अब गांवों में वायरल फीवर ने अपना पांव पसारना शुरू कर दिया है। हालात यह है कि कोई घर ऐसा नहीं है, जहां पर बुखार, टाइफाइड, मलेरिया के मरीज न हों।
स्वास्थ्य विभाग इन सबसे बेखबर कोई समुचित व्यवस्था नहीं कर पा रहा है और न ही लोगों को संचारी रोगों के बाबत बचाव की जानकारी ही दी जा रही है, जबकि चिकित्सकों की मानें तो कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर अभी आनी बाकी है। गांव के हालात ये हैं कि जगह - जगह गंदगी का ढेर लगा है। नालियां गंदगी से बंद हैं। बरसात का मौसम होने के चलते जलजमाव की समस्या अलग से संक्रमण को बढ़ावा दे रही है। सेवराई तहसील क्षेत्र के सतरामगंज बाजार, भदौरा, देवल, अमौरा, गहमर, बारा आदि गांवों में बजबजाती नालियां, सड़क पर जलजमाव की समस्या के चलते संक्रमण तेजी से फैल रहा है। सीएचसी भदौरा व चारों पीएचसी पर वायरल फीवर से आने वाली मरीजों की संख्या 500 से अधिक जा पहुंची है। गांव में इससे भी अधिक लोग प्रतिदिन प्राइवेट व निजी नर्सिंग होम में वायरल फीवर का इलाज करा रहे हैं। ---
बोले जिम्मेदार : सीएचसी अधीक्षक डा. धनंजय आनंद ने बताया कि अस्पताल में जो भी मरीज आ रहे हैं। उन्हें जांच कराकर दवाएं दी जा रही हैं। अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में दवा उपलब्ध है। अस्पताल में वायरल फीवर के ज्यादा मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। ---
कागजों पर चल रहा है संचारी रोग नियंत्रण
- स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचारी रोग नियंत्रण के तहत गांवों में साफ सफाई, मच्छरों को पनपने से रोकना व संचारी रोग से निपटने की जानकारी दी जाती है, लेकिन हकीकत उलट है न तो कहीं जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है और न ही गांव में कहीं कैंप लग रहा है। वहीं गांव में सैनिटाइजर दवा का छिड़काव भी नहीं कराया जा रहा है।