जूनियर हाकी विश्वकप में तीन गोल करने वाले उत्तम सिंह का जोरदार स्वागत

जूनियर हाकी विश्वकप में अपने हुनर का जलवा बिखरने वाले करमपुर गांव निवासी खिलाड़ी उत्तम सिंह का घर आगमन पर करमपुर स्टेडियम में गुरुवार को आयोजित सम्मान समारोह में उत्तम सिंह उनके पिता कृष्णकांत सिंह व जूनियर विश्वकप में खेलने वाले दूसरे खिलाड़ी राहुल राजभर के पिता शिवकुमार राजभर का फूल-मालाओं से स्वागत किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 06:43 PM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 06:43 PM (IST)
जूनियर हाकी विश्वकप में तीन गोल करने वाले उत्तम सिंह का जोरदार स्वागत
जूनियर हाकी विश्वकप में तीन गोल करने वाले उत्तम सिंह का जोरदार स्वागत

जागरण संवाददाता, सैदपुर (गाजीपुर) : जूनियर हाकी विश्वकप में अपने हुनर का जलवा बिखरने वाले करमपुर गांव निवासी खिलाड़ी उत्तम सिंह का घर आगमन पर करमपुर स्टेडियम में गुरुवार को आयोजित सम्मान समारोह में उत्तम सिंह, उनके पिता कृष्णकांत सिंह व जूनियर विश्वकप में खेलने वाले दूसरे खिलाड़ी राहुल राजभर के पिता शिवकुमार राजभर का फूल-मालाओं से स्वागत किया गया। स्टेडियम के प्रबंधक पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह के छोटे पुत्र व स्टेडियम के संचालक अनिकेत सिंह ने फूल-माला पहनाकर उनका अभिनंदन किया।

अनिकेत ने कहा कि जूनियर विश्वकप में खिताब जीत पाने का मलाल है, लेकिन पूरा भरोसा है कि आने वाले समय में उत्तम सिंह देश के लिए और बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तम ने जूनियर विश्वकप में फ्रांस व कनाडा के विरूद्ध शानदार प्रदर्शन किया था। उत्तम ने फ्रांस के खिलाफ एक एवं कनाडा के खिलाफ कुल तीन गोल किया था, लेकिन पैर में हल्की इंजरी हो गई। उत्तम के पिता कृष्णकांत ने कहा कि उत्तम ने हमारे परिवार का ही नहीं बल्कि गाजीपुर जिले और उत्तर प्रदेश का नाम अंतरराष्ट्रीय फलक पर रोशन किया। मुझे मेरे पुत्र पर गर्व है। राहुल राजभर के पिता शिवकुमार राजभर ने कहा कि राहुल ने जूनियर विश्वकप में चयन होकर गाजीपुर व प्रदेश का मान बढ़ाया है। कृष्णकांत सिंह एवं शिवकुमार राजभर ने अपने बच्चों के सफलता का श्रेय स्व. ठाकुर तेजबहादुर सिंह को दिया। उत्तम सिंह ने कहा कि हमें उम्मीद थी कि जूनियर विश्वकप का खिताब हम जीतेंगे, लेकिन नहीं जीत सके। आगे और ज्यादा मेहनत कर खिताब पर कब्जा करने का पूरा प्रयास करेंगे। कहा कि स्व. ठाकुर तेजबहादुर सिंह ने हमें हाकी स्टीक पकड़ाई। कोच इंद्रदेव सिंह ने हाकी का ककहरा सिखाया। स्व. ठाकुर तेजबहादुर सिंह की कमी आज भी हमें खलती है। कोच इंद्रदेव कुमार, मनोज सिंह, रामप्रवेश सिंह, प्रदीप सिंह, अदालत यादव, प्रमोद सिंह, मंजीत सिंह, सुमित तिवारी, संजय यादव आदि थे।

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