भोजपुरी फिल्म जनक, शिक्षाविद का गांव है उसिया
जागरण संवाददाता दिलदारनगर (गाजीपुर) सेवराई तहसील का मुस्लिम बाहुल्य गांव उसिया किसी पहचान की मोहताज नहीं है।
जागरण संवाददाता, दिलदारनगर (गाजीपुर) : सेवराई तहसील का मुस्लिम बाहुल्य गांव उसिया किसी पहचान का मोहताज नहीं है। इस गांव की पहचान भोजपुरी फिल्म जनक नजीर हुसैन, महान कहानीकार जैनुल आब्दीन, शिक्षाविद डिप्टी सईद, सूचना आयुक्त भारत सरकार नई दिल्ली मुख्तार अंसारी, सेवानिवृत्त डीजी छत्तीसगढ़ पुलिस वजीर अंसारी व संपादक हारून रशीद से है। हालांकि उसिया गांव में ग्राम सभा की ओर से पांच वर्षों में विकास कार्य कराया गया है, लेकिन ग्रामीणों की आस आज भी अधूरी है। गांव में जलनिकासी व सफाई गांव की मुख्य समस्या है। चहुंओर गंदगी व सड़कों पर जलजमाव के बीच ग्रामीण आवागमन करने पर मजबूर हैं।
दो भागों उत्तर व दक्षिण अधवार में बंटे उसिया गांव में स्वच्छता अभियान औंधे मुंह गिर गया है। जगह-जगह फैली गंदगी व कूड़ा कचरा से पटी नालियां गांव के विकास की दाग लगा रही है। सड़कों से लगायत गली में गंदगी का साम्राज्य स्थापित होने से संक्रमण का भय ग्रामीणों को सता रहा है। गांव में एक भी सफाई कर्मचारी न होने से नारकीय स्थिति बनी हुई है। मुस्लिम बाहुल्य इस गांव में जलनिकासी की समस्या सबसे जटिल है। घरों से निकलने वाला पानी सड़कों से लगायत गलियों में प्रतिदिन फैला रहता है। गांव के मुख्य मार्ग पर महीनों से पानी फैला है।
सरकारी अस्पताल नहीं
गांव में एक भी सरकारी अस्पताल नहीं है। जच्चा बच्चा केंद्र तो है लेकिन वहां एएनएम नहीं आती हैं। सबसे अधिक परेशानी महिलाओं को होती है। प्रसव होने पर उन्हें दिलदारनगर जाना पड़ता है। ग्राम सभा की चौहदी
गांव के पूरब तरफ छोटी नहर और दक्षिण तरफ दिलदारनगर देवल मार्ग है। पश्चिम तरफ ईदगाह व उत्तर तरफ रेलवे लाइन है। आंकड़ा---
आबादी - 35000
मतदाता - 17500
राशन कार्ड - 5000
दिव्याग पेंशन-109
विधवा पेंशन -227
वृद्धा पेंशन - 253
----------- गंदगी व जलनिकासी प्रमुख समस्या
गांव में जितना विकास होना चाहिए उतना तो नहीं हुआ। गांव में गंदगी व जलनिकासी सबसे अहम समस्या है, जिसे दूर नहीं किया गया।-दानिश मोहम्मद खां। संक्रामक बीमारी फैलने की आशंका
गांव में पेयजल के लिए लगा अधिकतर हैंडपंप खराब हैं। जलनिकासी व प्रकाश व्यवस्था भी ठीक नहीं है। गंदगी से संक्रमण का भय सता रहा है। -डा. शिव विलास गुप्ता। जलनिकासी की व्यवस्था नहीं
ग्राम सभी की ओर से गांव में विकास कार्य हुआ है लेकिन सफाई व जलनिकासी के पर ध्यान नहीं देने से स्थिति नारकीय है।-डा. अनिल श्रीवास्तव। समस्याओं का अंबार
महान विभूतियों के गांव का यह हाल है तो अन्य का क्या होगा। इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। -रामकृपाल सिंह कुशवाहा। विकास रहा प्राथमिकता
गांव में इंटरलाकिग सड़क का निर्माण कराया गया है। जलनिकासी के लिए गांव के मेराज कुरैशी के घर से छोटी नहर तक 500 मीटर नाला का निर्माण कराया गया है। गांव में सफाई कर्मचारियों की तैनाती न होने से गंदगी फैली हुई है। विकास के लिए जितना धन मिला था उतना विकास कराया गया। गांव का विकास कराना प्राथमिकता रहा।
-यूसुफ खां, प्रधान प्रतिनिधि, उसिया।