टूटी रजवाहा की पटरी, 50 बीघे गेहूं जलमग्न
बारा (गाजीपुर) रजवाहे की सफाई न होने के कारण ग्राम बारा के मौजा मिश्रवालिया के किसानों की 50 बीघे रकबे की पूरी फसल पानी से डूब कर बर्बादी के दहाने पर पहुंच चुकी है। जानकारी के बावजूद भी विभाग इस और कोई ध्यान नहीं दे रहा है जिसके कारण किसानों में गहरा असंतोष व्याप्त है।
जागरण संवाददाता, बारा (गाजीपुर) : रजवाहे की सफाई न होने के कारण ग्राम बारा के मौजा मिश्रवालिया के किसानों की 50 बीघे रकबे की पूरी फसल पानी से डूब कर बर्बादी के कगार पर पहुंच गई है। जानकारी के बावजूद भी विभाग इस और कोई ध्यान नहीं दे रहा है जिसके कारण किसानों में गहरा असंतोष व्याप्त है।
गहमर पूर्वी कम पंप कैनाल से मिश्रवालिया मौजा तक जाने वाला रजवाहा बरसों से सफाई न होने के कारण घास फूस से अटा पड़ा है जिसके चलते छोड़ा गया पानी टेल तक न पहुंच कर रजवाहे की पटरी को तोड़ कर फैल गया है। इससे दर्जनों किसानों की खड़ी गेहूं की फसल पूरी तरह पानी से डूब गई है। रजवाहा टूटने की वजह से किसानों में सबसे अधिक प्रभावित फखरुद्दीन खां, अनवर सूबेदार, तस्सदुक खां, बीरबल राय, विश्वनाथ राय, गोरख कुशवाहा, विनोद कुशवाहा, फैयाज खां, उमा प्रजाति, लुकमान साईं, दिनेश राम आदि हुए हैं। इस आपदा से पीड़ित किसान फखरुद्दीन खां ने बताया कि इस रजवाहे की सफाई के संबंध में कई बार विभाग के अधिकारियों से गुहार लगाई जा चुकी है लेकिन इस ओर किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया। अगर रजवाहा की सफाई हो चुकी होती तो किसानों को आज यह दिन नहीं देखना पड़ता। नहर विभाग के जेई ओमप्रकाश कुशवाहा ने बताया कि इस रजवाहे की सफाई के लिए ग्राम प्रधान बारा को एनओसी दी गयी है। उनके माध्यम से कुछ हिस्से तक नहर की सफाई कराई जा चुकी है किन्तु पानी चलाने के किसानों के दबाव कारण कुछ हिस्से की सफाई शेष रह गयी थी जिससे समस्या उत्पन्न हुई होगी। अति शीघ्र इस दिशा में सार्थक कदम उठाने का प्रयास किया जाएगा ताकि किसानों को नुकसान आए बचाया जा सके।