पीपा पुल की मरम्मत न होने से बढ़ी मुश्किलें
करीब छह दिनों से क्षतिग्रस्त बच्छलपुर-रामपुर पीपा पु
जागरण संवाददाता, मुहम्मदाबाद (गाजीपुर) : करीब छह दिनों से क्षतिग्रस्त बच्छलपुर-रामपुर पीपा पुल के एप्रोच की मरम्मत न होने से शुक्रवार को भी लोगों को आवागमन में काफी परेशानी सामना करना पड़ा। लोग मजबूरी में काफी जोखिम लेकर किसी तरह क्षतिग्रस्त एप्रोच से आवागमन करते दिख रहे हैं। अधिकारी और ठेकेदार मनमानी कर रहे हैं। शिकायत के बावजूद सुनवाई नहीं हो रही है।
क्षेत्र से रामपुर, रेवतीपुर होते जमानियां, सेवराई तहसील के विभिन्न गांवों से होते बिहार तक आवागमन के लिए पीपा पुल का निर्माण कराया गया। इस पुल के बनने से गंगा पार दियारा में खेती करने वाले किसानों के लिए कृषि यंत्रों थ्रेसर, ट्रैक्टर, ट्राली, हल आदि ले जाना व अनाज को घर तक लाना आसान हो गया। इस समय खेती व लगन विवाह का सीजन होने से पुल का महत्व काफी बढ़ गया है। रविवार को सुबह पुल का एप्रोच क्षतिग्रस्त हो जाने से आवागमन ठप हो गया। लगातार कई दिन से पुल से आवागमन बाधित होने के बाद भी विभागीय अधिकारी पूरी तरह से शांत बैठे हैं। पुल की मरम्मत करने वाले कर्मियों का कहना है कि एप्रोच मरम्मत के काम आने वाली लकड़ी का स्लीपर आदि सामान विभाग नहीं मुहैया करा रहा है। वहीं ठेकेदार बकाया मजदूरी आदि का भुगतान नहीं कर रहा है, ऐसे में पुल मरम्मत का कार्य संभव नहीं हो पा रहा। इस संबंध में क्षेत्र के लोगों का कहना है विभागीय अधिकारियों व ठेकेदार की सांठ-गांठ के चलते इस वर्ष पीपा पुल अधिकतर समय तक खराब ही रहा। अब एक माह बाद पुल खोलने का समय हो जाएगा, शायद अधिकारी इसी का इंतजार कर रहे हैं। पुल मरम्मत के नाम पर विभाग व ठेकेदार मिलकर केवल धन का बंदरबांट करने में लगे हैं। मेठ अशोक राय ने बताया कि सामान न होने व बकाया भुगतान न होने से प्राइवेट मजदूर काम करने को तैयार नहीं हो रहे हैं। ऐसे में मरम्मत कैसे कराया जाए। उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।